शमीम हत्या कांड के मामले को लेकर पंचायत

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: पुलिस और डाक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग

: शमीम मामले से संबंधित तावडू थाना और रोजका मेव थाने के पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने की रखी मांग

: एक सप्ताह में उनकी मांगें ना माने जाने पर होगी बडी महापंचायत

: पंचायत की मांग पर एसपी ने एसआईटी गठित की

: डीसी ने शमीम मेडिकल की जांच एसडीएम नूंह को सौंपी

 

यूनुस अलवी

 
शमीम हत्या कांड के मामले को लेकर पंचायत 2मेवात :  गांव झांडा निवासी 22 वर्षीस शमीम की मौत के बाद उसको दफनाने की बजाऐ दाह संस्कार किए जाने के मामले को लेकर मंगलवार को नूंह के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में इलाके के प्रमुख लोगों, समाजसेवी और युवा संगठन की पंचायत हुई। पंचायत का आयोजन मेवात विकास सभा ने किया। जिसकी अध्यक्ष ऐडवोकेट सलामुद्दीन ने की। पंचायत ने शमीम की मौत के बाद उसे दफनाने की जगह दहा संस्कार किए जाने में पोस्टमार्टम पैनल से जुडे डाक्टरों और तावडू वे रोजका मेव थाने के पुलिस कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। पंचायत ने कई प्रस्ताव पारित किए। शमीम मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों और मेडिकल पैनल में शामिल डाक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने उनको सस्पेंड करने व सारे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग रखी। इसके मामले ही पैरवी के लिए 25 सदस्य कमेठी का गठन किया गया। पुलिस की जांच के साथ-साथ मामले की हाईकोर्ट में एक याचिका डालने का भी प्रस्ताव पारित किया गया।
 
    इस मौके पर ऐडवोकेट रमजान चौधरी, ऐडवोकेट असद हयात, ऐडवोकेट नूरदीन नूर, मेवात विकास सभा के सलामुदीन और उमर मोहम्मद पाडला आदि वक्ताओं ने कहा कि जिस तरीके से शमीम को दफनाने की बजाऐ जलाया गया है उसमें साजिश की बू आ रही है। पुलिस और डाक्टरों ने एक साजिश के तहत शमीम का खतना नहीं दिया है। इस घटना ने एक परिवार ही नहीे बल्कि पूरे मुस्लिम समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। डाक्टरों ने पोस्टमार्टम नहीं बल्कि एक फोरमल्टी की है।
 

एसपी डीसी से मिला पंचायत का प्रतिनिधि मंडल

 
पंचायत द्वारा पारित किए गऐ सभी मांगों को लेकर पंचायत का एक प्रतिनिधि मंडी नूंह की एसपी नाजनीन भसीन से मिला। एसपी ने पंचायत की एसआईटी गठित करने की मांग को तो मान लिया लेकिन बाकी मांगो को जांच पूरी होने तक के लिए ठुकरा दिया। एसपी ने हेडक्वाटर डीएसपी वीरेंद्र सिंह की अगुवाई में एसआईटी गठित करने के आदेश दिऐ। वहीं एसपी ने कहा कि वह पूरे मामले की खुद निगरानी रखेंगी और जांच में जो भी दौषी पाया जाऐगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी। वहीं डीसी अशोक शर्मा ने शमीम के हुऐ मेडिकल रिपोर्ट की जांच नूंह के एसडीएम डाक्टर मनोज कुमार को सौंपी। एसडीए को तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देने के आदेश दिऐ। डीसी ने कहा अगर मेडिकल में डाक्टरों की लापरवाही पाई गई तो उनको किसी भी कीमत पर बखसा नहीं जाऐगा।
 

क्या कहता है दूसरा पक्ष

 
  शमीम की प्रेमिका रूकमीना के चचेरे भाई जफरूीन का कहना है कि इस मामले में गहाई से जांच हो जो भी दौषी हो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐ। जफरू ने कहा कि रूकमीना ने शमीम और उसके परिवार वाले वे कई दोस्तों पर अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज करा रखा है। शमीम और उसके कई साथी 22 अप्रैल की रात्री उनके घर पर आऐ लेकिन लोगों के जागने की वजह से वे भाग गऐ। शमीम की मौत के बारे में उसके साथियों से भी पूछताछ की जाऐ।
 

निगरानी कमेठी 

 
पंचातय में मेवात विकास सभा के अध्यक्ष सलामुदीन और वरिष्ट ऐडवोकेट नूरदीन नूर की अगुवाई में 25 सदस्य कमेठी का गठन किया गया। जिसमें उमर पाडला, रमजान चौधरी, अखतर चंदेनी, अखतर सलंबा, दीन मोहम्मद, आसिफ भीमसीका, मोहम्मदी बेगम, अनीस चेयरमैन, जुबेर झंाडा, ऐडवोकेट असद हयात, ताहिर शिकरावा, जुल्फीकार ऐडवोकेट, इमरान, मकसूद, बुरहान, रहीश पल्ला, साकिर, यूनुस अलवी, अरशद अडबर, मोलाना रफीक, रशीद मेव, हमीदा सरपंच, रौनक अली कोट, दीन मोहम्मद सरपंच, जफरू  और नाजिम कोट को शामिल किया गया है।

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