धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 10 अक्तूबर को फरीदाबाद जिले में भी सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया गया। इसमें हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनका इलाज करना और उन्हें जगरूक करना था । यह अभियान सिविल अस्पताल समेत तमाम प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्रों पर भी चलाया गया ।
फरीदाबाद के सिविल अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक हाल ही में प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में भी इसका जिक्र किया था। यह अभियान हर 9 अक्टूबर को चलाया जाएगा लेकिन 9 अक्टूबर को छुट्टी होने के कारण इस अभियान को 10 अक्टूबर को मनाया गया इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर को कम करना है। इस अभियान में गर्भवती महिलाओं की खून,पेशाब, कद, वजन आदि की मुफ्त में जांच कराना है वही इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क दवाई भी दी जाएगी।इसके अलावा, जोखिमपूर्ण गर्भस्थ महिलाओं को प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र से सिविल अस्पताल में रेफर किया जाएगा। इसके लिए 102 नंबर एंबुलेंस तैनात रहेगी।वही प्रधान चिकित्सा अधिकारी की माने तो इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को सामान्य अस्पताल के माध्यम से अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से इस अभियान की शुरुआत की गई है ताकि गर्भवती महिलाएं स्वस्थ रह सकें।
उनके मुताबिक ऐसी महिलाएं हाई रिस्क कैटेगरी में आएंगी जिनमे यदि महिला की उम्र 40 पार हो
> -गर्भवती महिला को एनीमिया हो
> -शार्ट हाइट मदर (क्योंकि बच्चेदानी छोटी होती है)
> -जिन्हें हाईपरटेंशन, हाई या लो रक्तचाप व हार्ट की तकलीफ हो
> -मधुमेह, एचआईवी, थायराइड, इंफेक्शन, रिपीटेड प्री टर्म डिलीवरी
> -पेट में बच्चे का सही स्थान पर नहीं होना
> ऐसी महिलाओ के लिए अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है जिनके अल्ट्रासाउंड से लेकर सभी प्रकार के टेस्ट वही किये जाते है।वही उन्होंने बताया कि ओपीडी में आने वाली ऐसी महिलाओं के लिए भी अलग से ओपीडी अलग से 10 नंबर कमरे को सुनिश्चि किया गया है जहाँ उनके चैकअप के साथ सभी प्रकार के टेस्ट भी किये जाते है।वही प्रधान चिकित्सा अधिकारी ने बताया इस अभियान में निजी अस्पतालों की भी शामिल किया गया है ।
इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चो को जन्म दे चुकी महिलाओ ने स्वास्थ विभाग द्वारा मिलने वाली सुविधाओं के प्रति संतुष्टि दिखाई।