नई दिल्ली : केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा है कि देश में शोध व अनुसंधान तथा नवोन्मेष को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से केन्द्रीय सरकार ने इम्प्रिंट-II (इम्पैक्टिंग रिसर्च इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी) इंडिया कार्यक्रम के तहत 1000 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है।
आज नई दिल्ली में आयोजित हुए विजिटर कांफ्रेंस में मंत्री ने कहा कि इम्प्रिंट-II के अंतर्गत विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक साथ मिलकर एक कोष का निर्माण किया है। इसमें उद्योग जगत से और अन्य मंत्रालयों से सहयोग मिलने की पूरी संभावना है। डीएसटी के सहयोग से यह परियोजना, एक पृथक कार्य योजना के रूप में संचालित की जाएगी। आईआईटी खड़गपुर के प्रो. इन्द्रनील मन्ना राष्ट्रीय समन्वयक होंगे। इम्प्रिंट-II के अंतर्गत 16 मार्च से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे और मई महीने में प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी।
इम्प्रिंट-I कार्यक्रम के अंतर्गत 318.71 करोड़ रुपये की लागत से 142 परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। इन परियोजनाओं में रक्षा व सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, सतत पोषणीय निवास स्थान, आधुनिक तत्व, स्वास्थ्य देखभाल, नैनो प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन आदि विषयों को शामिल किया गया है। इन सभी परियोजनाओं का प्रकाशन किया जाएगा और उन्हें पेटेंट उपलब्ध कराया जाएगा।