चंडीगढ़, 29 जनवरी : हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्वतंत्र रूप से काम करने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्ïदेश्य से ‘ईकर्मा- कार्यक्रम’ लागू करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के युवाओं में स्वरोजगार, उद्यमशीलता और स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहन देने के सरकार के विजन के अनुरूप, यह योजना 21 कॉलेजों में दो हजार युवाओं के प्रारंभिक बैच से शुरू की जाएगी। एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री मनेाहर लाल ने इस आशय के एक प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
उन्होंने बताया कि यह योजना शुरू करने के लिए उपलब्ध हार्डवेयर तथा इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधाओं के आधार पर 21 कॉलेजों की पहचान की गई है। इस योजना के तहत, इन कॉलेजों के आस-पास के क्षेत्रों में इच्छुक युवाओं को अपेक्षित कौशल प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग अपने प्रधानाचार्यों के माध्यम से इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायता करेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि संभावित बोलीदाताओं के लिए पात्रता शर्तों तथा दो हजार प्रशिक्षकों के लिए बजट को उद्योग विभाग के नॉलेज पार्टनर केपीएमजी के साथ परामर्श से अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के परिणामों को प्रशिक्षण पूरा होने के एक वर्ष के अंदर प्रशिक्षकों द्वारा अर्जित विदेशी मुद्रा के आधार पर आंका जाएगा। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सफल बोलीदाता अर्थात सेवा प्रदाता यह प्रतिबद्घता जताए कि एक वर्ष में प्रशिक्षण द्वारा अर्जित राशि दो हजार युवाओं के इस बैच के प्रशिक्षण पर सरकार द्वारा खर्च की गई राशि के समान या इससे अधिक हो।