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असमानता के विरुद्ध ब्रिटिश शासन का सम्पूर्ण शक्ति से विरोध करते रहे डॉ0 रतनाप्पा कुभांर
भारतीय संविधान सभा में पिछड़ी जातियो के प्रतिनिधि के तौर पर एकमात्र सदस्य थे डॉ0 रतनाप्पा
नूहँ। शनिवार को संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य व स्वतंत्रता सेनानी पदमश्री डॉ0 रतनाप्पा कुभांर की 20वीं पुण्यतिथि पर नूहँ क्षेत्र स्थित मुख्यालय पर भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाइजेशन, व प्रजापति समाज के पदाधिकारियों द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाइजेशन नूहँ के मुख्य अतिथि गोविन्द राम प्रजापति जिला सलाहकार एडीसी-नूह ने कहा कि डा.रत्ननपा कुम्हार का जन्म 15,सितंबर 1909 को कोल्हापुर के निमशिर गांव(महाराष्ट्र) में हुआ था।
युवावस्था मे ही उन्होंने गरीब, मजलूम वर्गो को गोलबंद कर, असमानता के विरुद्ध ब्रिटिश शासन का सम्पूर्ण शक्ति से विरोध करते रहे। आप गरीबो, पिछडों व शोषित वर्ग के हक के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष करते रहे। आजाद भारत मे आप संविधान सभा के सम्मानित सदस्य रहे। रवि प्रजापति नूह ने कहा कि भारतीय संविधान सभा के सदस्य डा.रत्ननपा कुम्हार संविधान के अन्तिम ड्राफ्ट पर डा.भीमराव अंबेडकर जी के साथ हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति थे जो संविधान सभा समिति मे पिछड़ी जातियो के प्रतिनिधि के तौर पर एकमात्र सदस्य थे।
समयचन्द प्रजापति जिला अध्यक्ष ने बताया कि पद्मश्री रत्नप्पा कुम्हार जिन्होने ब्रिटिश शासन की जंजीरो में जकड़े भारत को आजाद कराने के लिए प्रजा परिषद् का निर्माण व कुशल नेतृत्व किया, इसी संस्था के बैनर तले क्रांति का बिगुल फूका और सफलतापूर्वक संगठन एवं शक्ति का नेतृत्व किया। रनजीत गोला प्रजापति ने बताया कि डा.रत्नप्पा कुम्हार आजाद भारत के प्रथम लोकसभा चुनाव मे 1952 को इच्छार कलंजी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य चुने गए। महाराष्ट्र सरकार मे वर्ष 1974 व 1978 मे गृह व नागरिक आपूर्ति केबिनेट मन्त्री के रूप मे सफलतापूर्वक कार्य किया।
डा.रत्नप्पा कुम्हार को महाराष्ट्र में सहकारी आन्दोलन के जनक के रूप में जाना जाता है । मदन प्रजापति कोषाध्यक्ष ने बताया कि उत्पीडित, शोषित वर्ग के हितैषी डा.रत्नप्पा कुम्हार को समाजिक कार्यों के लिए 1985 में पदमश्री सम्मान से नवाजा गया। डा.रत्नप्पा कुम्हार के नाम पर महाराष्ट्र सरकार ने कोल्हापुर मे देशभक्त रत्नप्पा कुम्हार कालेज ऑफ कॉमर्स की स्थापना की। इस अवसर पर सुभाष प्रजापति, दीन दयाल, टिटू प्रजापति, हरमेश प्रजापति सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।