नई दिल्ली। मिडिया की खबर में दावा किया जा रहा है कि गुजरात में भाजपा की नई सरकार का शपथग्रहण 25 दिसंबर को हो सकता है। गुजरात में 99 सीटें जीत कर भाजपा ने बहुमत हासिल कर ली और अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो चली है. पार्टी ने अभी तक यह संकेत नहीं दिया है कि गुजरात का ताज किसके सिर बंधेगा. दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में भाजपा के सीएम उम्मीदवार प्रो. धूमल के हार जाने की बाद मुख्यमंत्री के अगले नाम पर दावपेंच शुरू है। भाजपा नेतृत्व ने यह तो तय क्र दिया है कि अरुण जेटली गुजरात जाकर सीएम चयन की प्रक्रिया पूरी करवाएंगे लेकिन हिमचल को लेकर संशय बरकरार है .
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यह ऐलान किया था कि पार्टी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल की अगुवाई में चुनाव लड़ रही है, लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी ही चुनाव में पार्टी के प्रमुख चेहरा हैं। लेकिन इस बार के चुनाव परिणाम ने पार्टी नेतृत्व को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सीएम विजय रूपानी को बनाये रखा जाए या नहीं. कयास लगाये जा रहे हैं कि आने वाले समय में लोक सभा चुनाव के मद्दे नजर पटेल समुदाय को अब पूरी तरह नजर अंदाज करना ठीक नहीं होगा इसलिए भाजपा अब संभवतः पटेल समुदाय से ही किसी को सीएम का सेहरा बाँध सकती है जबकि ओ बी सी नेता को उप मुख्यमंत्री पद दे सकती है. इस माले में पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष का निर्णय ही अंतिम होगा लेकिन विचार विमर्श भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड में किया जाएगा.
मिडिया को दिया विजय रूपाणी का यह बयान कि बीजेपी ने इस बार गुजरात में मेरे चेहरे के साथ चुनाव लड़ा बेहद अहम् माना जा रहा है. इससे स्पष्ट है वे स्वयं को सीएम का प्रबल दावेदार मान रहे हैं. लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि पार्टी का संसदीय बोर्ड ही अंतिम फैसला करेगा इससे यह भी संकेत जा रहा है कि अगर पार्टी ने उन्हें इस भूमिका से अलग करने का फरमान सुना दिया तो वे स्वीकार भी क्र लेंगे .
मिडिय में चर्चा जोरों पर है कि गुजरात में नई सरकार का गठन 25 दिसंबर को हो सकता है, क्योंकि इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। गौरतलब है कि साल 2012 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी ने चौथी बार 25 दिसंबर को ही शपथ ग्रहण किया था।
दूसरी तरफ खबर है कि गुजरात के मुख्य सचिव जे एन सिंह ने मंगलवार को अहमदाबाद में सरदार पटेल स्टेडियम का निरीक्षण किया। संभावना इससे प्रबल हो चली है कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह इसी स्टेडियम में आयोजित किया जा सकता है. उन्होंने बातचीत में कहा कि हम स्टेडियम के निरीक्षण के लिए यहां आए हैं, क्योंकि यहां शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।