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उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ की मंत्रणा
7 इंसीडेंट लोकेशन तथा 4 स्टेजिंग एरिया बनाए गए
गुरुग्राम,19 दिसंबर। गुरुग्राम में 21 दिसंबर को होने वाली मेगा मॉक एक्सरसाईज के सफल आयोजन को लेकर आज गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली व उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मॉक एक्सरसाइज के लिए जिला में 7 इंसीडेंट लोकेशन तथा 4 स्टेजिंग एरिया बनाए गए हैं।
गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि 21 दिसंबर को सभी सांकेतिक भूकंप मानकर राहत व बचाव कार्य में जुट जाएंगे। 21 दिसम्बर को होने वाली मॉक एक्सरसाईज के लिए अधिकारियों की जो टीमें बनाई गई हैं वे अपने उत्तरदायित्वों को ठीक प्रकार से समझ लें। जिला गुरुग्राम में मेगा मॉक एक्सरसाईज के लिए जिन 7 स्थानो की सूची तैयार की गई है उनमें एमजीएफ मॉल, सुभाष चौंक स्थित रेल विहार, एमडीआई इंस्टीटयूट, उद्योग विहार, हुडा सिटी सैंटर, मानेसर स्थित होंडा स्कूटर एंड मोटरसाईकिल लिमिटेड तथा लघु सचिवालय शामिल है।
स्टेजिंग एरिया के लिए चार स्थानों को चयनित किया गया है जिसमें लेज़रवैली ग्राऊंड, उद्योग विहार , ताऊदेवी लाल स्टेडियम तथा मानेसर में एचएसआईआईडीसी का प्लॉट आदि शामिल है। इंजीडेंट लोकेशन तथा स्टेजिंग एरिया पर वरिष्ठ अधिकारियों सहित पुलिस के आला अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे जिनकी देख-रेख में राहत व बचाव कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि अधिकारी मेगा मॉक एक्सरसाइज से पहले जाकर इंसीडेंट लोकेशन विजिट कर लें और जरूरत अनुसार आवश्यक इंतजाम कर लें। उन्होंने कहा कि इस मेगा मॉक एक्सरसाईज का उद्द्ेश्य है कि हमे जिला में उपलब्ध संसाधनों के इस्तेमाल के साथ साथ उनकी वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सकें ताकि समय आने पर इन संसाधनों का उपयोग किया जा सके। उन्होंने मॉक एक्सरसाईज के लिए बनाई गई क्विक रिस्पांस टीमों, लाईजर ऑफिसर, सेफ्टी ऑफिसर, ऑप्रेशन व प्लानिंग सैक्शन के मुखिया को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मेगा मॉक एक्सरसाईज के दौरान लोगों की भीड़ होनी स्वाभाविक है इसलिए जरूरी है कि वे किसी भी प्रकार की हड़बड़ाहट से स्वयं भी बचें और आस-पास के लोगों को भी इस बारे में जागरूक करें। उपायुक्त ने रिसर्च ऑफिसर सुरभि से कहा कि वे इंसीडेंट लोकेशन तथा स्टेजिंग एरिया पर आपदा प्रबंधन से संबंधित बचाव के उपायों के बैनर व पोस्टर लगवाएं ताकि लोगों को आपदा प्रबंधन के उपायों के साथ साथ मेगा मॉक एक्सरसाईज के बारे मे जानकारी मिल सके ।
उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी से कहा कि सभी स्कूलों में पत्र लिखकर निर्देश दे कि वे प्रात:कालीन सभा के दौरान बच्चों को भूकंप से बचाव के उपाय बताएं, क्योंकि ये स्कूलों मे बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल संचालकों को इस बारे में एक्शन टेकन रिपोर्ट जिला प्रशासन के पास भेजनी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि भूकंप की मॉक एक्सरसाइज के आयोजन से पहले 20 दिसंबर को टेबल टॉप की बैठक होगी। अधिकारी इस मॉक एक्सरसाईज को गंभीरता से लें व इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान बनाई गई योजना के अनुसार तैयारियां की जानी आवश्यक हैं।
उन्होंने बताया कि मेगा मॉक एक्सरसाईज के दौरान गुरुग्राम के लघु सचिवालय में एमरजेंसी ऑप्रेशन सैंटर बनाया जाएगा जहां से संबंधित अधिकारियों को वायरलैस सैट के माध्यम से सूचना का आदान-प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह मॉक एक्सरसाइज बड़े पैमाने पर होगी और इसके माध्यम से अलग अलग परिस्थितियों से निपटने के कौशल व क्षमता की समीक्षा की जाएगी। इस अभ्यास के बाद सभी तथ्यों की बारिकी से समीक्षा की जाएगी।
इस मौके पर गुरुग्राम की नगराधीश मनीषा शर्मा, गुरुग्राम दक्षिणी के एसडीएम सतीश यादव, जिला राजस्व अधिकारी हरिओम अत्री सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।