‘ दो-दो मंत्री पहुंचे लेकिन देने के नाम पर कुछ नहीं दिया ‘
यूनुस अलवी
मेवात, 29 सितंबर। केंद्र सरकार कि भाजपा सरकार कि ओर से बृहस्पतिवार को मेवात जिला के गांव बिछौर में आयोजित की गई प्रगतिशील पंचायत एक ढकोसला बनकर रह गई। पंचायत में क्या खास होगा और मुसलमानों के लिये भाजपा सरकार क्या कुछ देने वाली है इसी को लेकर इलाके के भारी संख्या में लोग पंचायत में पहुंचे। लोगों ने इस पंचायत को एक ढकोसला करार दिया है। इलाके के मांगें पूर न करके मुसलमानों में भाजपा के प्रति हीन भावना पैदा हुई। लोगों ने इस पंचायत को मेवात इलाके की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पंचायत करार दिया है।
सबसे पहले मेवात कि परमंपरा के अनुसार आने वाले महमानों का पगडी, फूल माला और चांदी का मुकट पहराकर जोरदार स्वागत किया गया। पंचायत के आयोजक और भाजपा ने इबकाल जैलदार ने मुख्य अतिथि के सामने मेवात इलाका और अल्पसंख्यक समुदाये से जुडी एक दर्जन मांगें रखी। जिनमे मुख्य रूप से गांव बिछौर में सीबीएसई के बारहवीं तक कन्या और बाल के दो स्कूल खोले जाने, लुहिंगाकला में स्किल डव्लपमेंंट का सेंटर खोलने, गांव बिछोर में पावर हाउस बनाने, इंदाना कोठी पर रेस्ट हाउस बनाने, नसिंग कॉलेज खोलने और आधा दर्जन से अधिक सडकों की मरम्मत और नई सडक बनाने जैसी मांगे रखी। भाजपा जिला महासचिव लियाकत खान ने बताया कि जो मांगें इकबाल जैलदार ने रखी थी सभी मांगों की पहले ही से मुख्यअतिथि केंद्रीय मंत्री मुख्त्यार अब्बास नकवी ने उनकी स्टेज से घोषणा करने की बात कही थी।
रैली में पहुंचे अकबर का कहना है कि बीजेपी असलियत में मुसलमानों को अपने साथ जोडना ही नहीं चहाती अगर भाजपा चहाती कि उनके साथ मुसलमान जुडे तो कई सौ करोड कि घोषणा कि जा सकती थी लेकिन कई हजार लोगों कि रैली में केेंद्र और राज्य के दो-दो मंत्री पहुंचे लेकिन देने के नाम पर कुछ नहीं दिया। अकबर का कहना है कि इस रैली से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है।
पंचातय विभाग के पूर्व सचिव शौकत अली का कहना है कि जिस मकसद के लिये यह पंचायत आयोजित की गई थी ऐसा कुछ नजर नहीं आया। ये पंचायत नहीं थी बल्कि भाजपा कि रैली थी जिसमें नेता आये और भाषण देेकर चले गये। उनका कहना है कि जिसे पहले बताया जा रहा था कि केद्रीय मंत्री लोगों से खुद पूछेगें कि उनको किस चीज की जरूरत है और मेवात कि जनता क्या चहाती है। ये तो बाद मिली ही नहीं बल्कि आम रेलियों कि तरह इसमें भी भाषण दिये और नेता चले गये। पंचायत में इस वजह से भारी संख्या में लोग पहुंचे थे कि भाजपा के बडे नेता मेवात को कुछ देने आ रहे हैं लेकिन दिया भी तो ड्राईवर बनाने का तोहफा।
शमशुदीन का कहना है कि भाजपा कि ण्ह पंचातय एक ढकौसला साबित हुई है। लोगों को उम्मीद थी कि आज भाजपा के नेता मेवात को बहुत कुछ देकर जाऐगें लेकिन दिया भी तो ड्राईविग स्कूल। आयोजकों ने आईएएस और आईपीएस बनने के लिये सीबीएसई स्कूल कि मांग की थी वह नहीं दिया। उनका कहना है कि असल में भाजपा मुसलमानों को कुछ दे ही नहीं सकती। अगर आज भाजपा नेता मेवात को कुछ देकर जाते तो हजारों मुसलमान भाजपा के मुरीद हो जाते।
खाट पंचायत भी रही बेअसर
इंदाना कोठी पर खाट पंचातय का आयोजन किया गया। इस मौके पर इलाके के करीब 100 प्रमुख लोग करीब दो घण्टे तक केंद्रीय मंत्री मुख्त्यार अब्बास नकवी का इंत्जार करते रहे। वह करीब 4 बजे इंदाना कोठी पर पहुंचे लोगों ने उनका स्वागत किया। वहां बेठे लोगों को उम्मीद थी कि शायद केंद्रीय मंत्री उनसे मेवात के विकास और समस्याओं के बारे में खुलकर बात करेगें लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बल्कि इस मोके पर पूर्व जिला पार्षद मल्लाह ने मंत्री को इलाके की समस्याओं से अवगत कराया। बल्कि जिस तरीके से लोगों को उम्मीद थी कि उनकी समस्या मंत्री सुनेगे अधिकारी उनके साथ होगें और समस्याओ का समाधान मौके पर ही हो जाऐगा। पर यह भी एक चाय-पानी का प्रोग्राम बनकर रह गया।
पंचातय कि खास झलकियां
: लोगों को पंचायत का 11.30 का समय दिया गया था
: मुख्य अतिथि पहुंचे 2.10 पर
: पंचायत में भारी संख्या में महिलायें भी मौजूद थी
: कई मुस्लिम नेताओं ने आरएसएस की जमकर तारीफ की
: करीब 6 घण्टा तक जनता पंचातय में जमी रही
: जबरजस्त गर्मी कि वजह से लोगों का खूब निकला पसीना
: केंद्रीय मंत्री मुख्त्यार अब्बास नकवी स्टेज से चलकर खुद पत्रकारों के पास पहुंचे
: केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने मेवात के हकों की जमकर वकालत की
: पंचायत के बाद लोग मायूस ही नजर आये।
: आयोजक द्वारा रखी गई मांगो को भूल ही गये थे केंद्रीय मंत्री बाद में उनको मांगो की घोषणा करने के बारे में याद दिलाया गया लेकिन उन्होने कहा मांगों को देखेगें।
: भाजपा पार्टी को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक रहीशा खान पंचायत में मौजूद नहीं थे।