1.71 लाख दीपक जलाए गए, भगवान् राम का राज्याभिषेक किया गया
स्वागत यात्रा में अयोध्या के प्रत्येक नागरिक उमड़ पड़े
अयोध्या। दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या जगमगा उठा है. रामायण में राम के अयोध्या लौटने के बाद जी प्रकार के अद्भुत दृश्य वर्णन किया गया है कुछ वैसा की आज देखने को मिला. लगभग एक माह से चल रही तैयारियों का नजारा आज देखने को मिला. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन किया गया और सरयू नदी के किनारे पहली बार करीब 1.71 लाख दीपक जलाए गए.
दिवाली से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ की पहल पर किये गए इस आयोजन ने अयोध्यावासियों में राम के वनबास से अपने अयोध्या वापस आने की कल्पना को हकीकत में बदल दिया. उल्लेखनीय है कि भगवान राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने के दिन इसी प्रकार की स्थिति का वर्णन किया गया है.
इस अनोखे आयोजन में प्रत्येक अयोध्यावासी शामिल दिखाई दिया . सरकार की इस कोशिश को मूर्त रूप देखने की ललक जोरों पर थी और सभी इसमें भागीदार बनने को आतुर दिखे. इस अवसर पर अयोध्या में भगवान राम के स्वागत के लिए शोभायात्रा का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में शहर वासी शामिल हुए औए लोगों में अपार उत्साह देखने को मिला.
हर कोई चर्चा करते दिखे की उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दीपोत्सव का यह आयोजन देश में अब तक के किसी भी आयोजन से बड़ा है और इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह जरूर मिलेगी. ख़ास बात यह रही कि इस अवसर पर स्वागत यात्रा में शामिल राम लक्ष्मण और सीता पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए.
राज्य के राज्यपाल राम नाईक और मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ भी इसमें शामिल हुए . दोनों ने राम नाईक ने भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता का स्वागत किया. भगवान् राम का राज्याभिषेक किया गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के रामकथा पार्क में भगवान राम और लक्ष्मण और माता सीता की आरती की. इस अवसर पर दोनों उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव मौर्य और पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद थे.
बताया जाता है कि इस मौके पर 1.71 लाख दीप जलाने में करीब 4 हजार लीटर तिल के तेल का उपयोग किया गया.