अबोड फर्स्ट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी पर बढ़-चढ़ कर करेगा काम
गुरुग्राम। व्यापार और रियल एस्टेट सेक्टर को बाजार के प्रति जवाबदेह बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों का देश के बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है। इससे विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार पर भरोसा हुआ है और नामी विदेशी ग्रुप भारत में निवेश करने के लिए सही विकल्प तलाशने लगे हैं। यह बात एबोड फर्स्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप देसवाल ने यहां एक पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि एबोड फर्स्ट द्वारा छह अक्टूबर को एंबीयंस आईसलैंड के द रिट्ज में देश के टॉप बिजनेस लीडर्स, निवेशकों व बाजार के टॉप प्लेयर्स की मौजूदगी में रेरा व जीएसटी पर सेमीनार का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेरा व जीएसटी के प्रति उद्यमियों को जागरूक करने की जरूरत है। नोटबंदी के बाद केंद्र द्वारा लागू किए गए इन कानूनों ने देश के बाजार को जवाबदेह बनाया है। यह बात सही है कि आज भारतीय बाजार मामूली तौर पर मंदी में है लेकिन आने वाले समय में जीएसटी और रेरा के लाभ दिखाई देंगे। व्यापार पारदर्शी और ग्राहकों के प्रति जवाबदेह होगा।
उन्होंने कहा कि अधिकांश देशों में ऐसे कानून पहले से लागू हैं। अब भारत में भी ये कानून लागू होने से विदेशी कंपनियां निवेश के विकल्प तलाश रही हैं। पारदर्शी माहौल में काम करने के आदि एनआरआई भारतीय अब पुनः भारत में लौटने की तैयारी कर रहे हैं। अभी तक एनआरआई भारतीय देश में ऐसा माहौल तलाश रहे थे जो उनके निवेश को विश्वास और अच्छा माहौल दे सके। उन्होंने कहा कि एबोड फर्स्ट ने केंद्र सरकार की इस पहल को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला, केंद्रीय राज्यमंत्री संजय पाठक, भाजपा के प्रवक्ता शहनावाज हुसैन सहित खेल, मीडिया सहित कई क्षेत्रों की नामी हस्तियां इस आयोजन में हिस्सा लेंगी। आयोजन के दौरान छह शहीद सैनिक परिवारों को सम्मानित तथा खेल से जुड़ी प्रतिभाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
इससे पूर्व कंपनी के सीईओ हरेंद्र सिंह ने कहा कि राजनीतिक व आर्थिक आधार पर देश में बदलाव की ब्यार शुरू हुई है। हम देश की राजधानी दिल्ली के 200 किलोमीटर तक फैले एनसीआर क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित कर उन्हें उपयुक्त बाजार उपलब्ध करवा रहे हैं।
नवदीप सिंह सहरावत ने कहा कि कंपनी ने विदेशी निवेशकों को गाइड करने के लिए यूएस, कैलीफोर्निया, लंदन व सिडनी सहित कई देशों में अपने ऑफिस खोले हैं। एनआरआई निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है।