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पहले और नऐ लगे द्वारों कह अस्सिमेंट के लिए टीम गठित
जांच शुरू होने से जिला के सरपंच और ठेकेदारों की सांसे ठहरी
यूनुस अलवी
मेवात: मेवात जिला की ग्राम पंचायतों की सडकों पर लगे स्वागत द्वारों की जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। वहीं लोक निर्माण विभाग से पहले से लगे स्वागत बोर्डो का अस्सिमेंट भी मांगा। वहीं कब खर्चे पर स्वागत बोर्ड लगाने का दावा करने वाली कंपनी ने गांव खेडी कंकर में दूसरा बोर्ड भी लगा दिया है। लक्ष्य इंटरपराईजिज कंपनी द्वारा लगाऐ गई स्वागत बोर्डों की क्वालीटि की भी जांच कराई गई है। जो सस्ते होने के साथ-साथ क्वालीटि में बेहतर बताए गऐ हैं। गांवो में लगे स्वागत द्वारा की जांच शुरू हो जाने और मात्र एक लाख 65 हजार रूपये में एक प्राईवेट कंपनी द्वारा स्वागत गेट तैयार करके देने के बाद मेवात जिला के सरपंच और ठेकेदारों की सांसे ठहर गई हैं।
आपको बता दें मेवात जिला के गावों में लगाऐ जा रहे स्वागत द्वारो में भारी धांधलीबाजी की मीडिया ने उठाया था एक स्वागत द्वारा पर करीब डेढ से दो लाख रूपये की गडबड हो रही है। वहीं इसी दौरान लक्ष्य इंअरप्राईजिज नाम की एक कंपनी ने दावा कर दिया था कि वह इन स्वागत द्वारों को मात्र डेढ लाख रूपये में बनाकर दे सकती है।
मेवात के उपायुक्त अशोक शर्मा और जिला विकास एंव पंचायत अधिकारी राकेश मोर ने मीडिया की खबर पर संज्ञान लेते हुऐ मामले की जांच के आदेश दे दिऐ थे वहीं उन्होने सैंपल के तौर पर गांव खेडली कंकर में दो स्वागत बोर्ड लगाने के आदेश दिय थे। कंपनी ने एक बोर्ड एक सप्ताह पहले और एक बोर्ड को आज लगा दिया है। जो पहले से पंचायतों में लगे स्वागत बोर्डो से क्वालीटि में सस्ते ही नहीं बल्कि टिकाउ भी हैं।
जिला विकास एंव पंचायत अधिकारी राकेश मोर ने बताया कि कंपनी द्वारा लगाऐ गऐ बोर्डो की जांच की गई है जो क्वालीटि में काफी बेहतर हैं और काफी सस्ते भी हैं। उनहोने बताया कि जो बोर्ड लगवाऐ गऐ हैं उनमें एक की कीमत एक लाख 65 हजार है जबकी दूसरे बोर्ड की कीमत करीब दो लाख 5 हजार है। उन्होने बताया कि जब हमको बेहतर से बेहतर क्वालीटि के बोर्ड डेढ से दो लाख के बीच कोई कंपनी लगा देती है तो फिर हमको साडे तीन लाख रूपये में घटिया क्वालीटि के बोर्ड ठेकेदारों से लगवाने की क्या जरूरत हैं।
उनहोने बताया कि जिन पंचायतों में अधिक राशी में स्वागत बोर्ड लगवाऐ गऐ हैं उनको जल्द ही रिकर्वरी के नॉटिस भेजे जाऐगें। वहीं लोक निर्माण विभाग के एक्सपर्टस से इनकी जांच कराई जा रही है। उन्होने बताया कि जो कंपनी सस्ते और अच्छी क्वालीटि के स्वागत बोर्ड लगाती है उनसे ही ऐ बोर्ड लगवाऐ जाऐगें। धांधली किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं की जाऐगी।