पहलु हत्याकांड की जांच पुलिस से हटाकर सरकार ने सीबीसीआईडी को सौंपी

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: मामले की पैरवी कर रही मेव पंचायत अलवर ने जताया विरोध

: पुलिस की जांच से संतुष्ट थी मेव पंचायत, आरोपियों के दवाब में जांच बदली

: जांच बदले जाने और जुनेद के हत्यारोंं की गिरफ्तारी को लेकर 18 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर किया जाएगा का विरोध प्रदर्शन

यूनुस अलवी

 
मेवात:    पहलु हत्याकांड की जांच पुलिस से हटाकर सरकार ने सीबीसीआईडी को सौंप दिये जाने का मेव पंचायत अलवर ने अपना विरोध जताया है। पहलू हत्या कांड की पेरवी कर रही मेव पंचायत के पदाधिकारियों की शनिवार को अलवर के मेव बोर्डिंग में अहम बेठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता पंचायत के सदर शेर मोहम्मद ने की। इस मौके पर सदर शेर मोहम्मद ने कहा कि पुलिस से हटाकर जांच बदला जाना अनुचित और न्यायसंगत नही है। उनका आरोप है कि जांच बदलकर पहलू निर्मम हत्याकांड में सरकार खुद मुल्जिमो को बचाने का प्रयास कर रही है। जांच बदले जाने का की उनकी पंचायत कडी निंदा ही नहीं करती बल्कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मिलकर जल्द ही मेव पंचायत का एक प्रतिनिधिमंंडल विरोध दर्ज कराऐगी।
 
    मेव पंचायत अलवर के सदर शेर मोहम्मद ने बताया कि सरकार ने मुल्जिमो के प्रार्थना पत्र के आधार पर इस मुकदमें की तफसीस बदली है जिसका कोई उचित या ठोस कारण नही हैं। उन्होने बताया कि पहलू हत्याकांड की जांच अधिकारी बिना कि दवाब और भय के साथ निश्पक्ष कर रहे थे। मेव पंचयात मेवात के सदर शेर मोहम्मद ने बताया कि उनका एक प्रतिनिधि मंडल अलवर के पुलिस अधिक्षक को अपनी भावनाओं से अवगत करा चुके है।
 
    पहलु हत्याकांड पर सरकार का शरू से ही उदासीन व्यवहार रहा जहां राजस्थान की मुख्य मंत्री ने घटना के 26 दिन बाद ब्यान दिया वहीं राज्य के गृहमंत्री शुरू से ही आरोपियों के बचाने के पक्ष में नजर आ रहे थे। उन्होने बताया कि पहलू हत्याकांड की दर्दनाक विडियों सबके साथ उजागर हो गई थी साथ ही मृतक ने मरने से पहले अपने ब्यानों में कई लोगों को नामजद किया था। जो नामजद आरोपी हैं वो वीडियों में साफ नजर आ रहे हैं। आरोपियों के भाजपा और उसकी संस्थाओं से जुडे होने की वजह से उनको बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने बताया कि आरोपी पक्ष की ओर से एक बार ही जांच बदली जा सकती है जबकी सरकार ने दो-दो बार आरोपियों के आगृह पर जांच बदली है। उनका कहना है कि जब जांच सही दिशा में चल रही थी तो जांच बदले जाने का क्या ऑचित्य रह गया है?
 
    मेव पंचायत के प्रवक्ता कासिम मेवाती ने बताया कि जल्द ही जांच को वापिस पुलिस को सौंपे जाने के लिये उनका एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मिलकर अपना विरोध जताऐगा। वहीं जांच बदले जाने में अपने वकीलों से कानूनी सलाह भी ली जा रही है। उनका कहना है कि पहलू हत्या कांड की जांच बदले जाने और मेवात के जुनैद हत्या कांड के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाने की मांग को लेकर मेव पंचायत अलवर और दिल्ली स्टेट मेव सभा सहित कई संस्थाओं के बेनर तले आगामी 18 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर बडा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उनहोने कहा कि अगर सरकार ने पहलू हत्या कांड की जांच वापिस पुलिस को नहीं सौंपी और जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को 18 जुलाई से पहले नहीं पकडा तो उनकी संस्था राजस्थान के मुख्यमंत्री आवास और हरियाणा के मुख्यमंत्री आवास के बहार अनिश्चितकाली धरने पर बेठने को मजबूर होगी।
 
   18 जुलाई के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन के लिए मेव पंचायत ने तैयारी शुरू कर दी है। धरने में अलवर, रामगढ़, किशनगढ़ तिजारा, लक्ष्मणगढ़, तिजारा, मेवात हरियाणा के तावडू, नूंह, पिनगवां, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, हथीन, पलवल, बल्लभगढ और दिल्ली के दर्जन भर जिलों से हजारों लोग शामिल होगें।
 
  इस मौके पर मेव पंचयात सदर शेर मोहम्मद, प्रवकता मोहम्मद कासिम मेवाती, सचिव सफी मोहम्मद, कार्यकारणी सदस्य इम्मी खान, अजहर खान, सरपंच अब्दुल रज्जाक, ज़ाकिर हुसैन, जमशेद, अधिवक्ता फारुख, इदरीश सहित मेव पंचायत के सदस्य और पदाधिकारी मौजूद थे।

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