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: व्यापारियों को अपना आधारभूत ढांचा, सूचना तकनीक प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए था
यूनुस अलवी
मेवात: पूर्व परिवहन मंत्री आफ़ताब अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार हर काम को जल्दबाजी में करना चहाती है। जिस तरीके से बिना तैयारी के नोटबंदी का फैंसला लिया गया उसी तरह जीएसटी को भी आधी-अधूरी के साथ लागू किया जा रहा है। जो सरासर गलत है। नोटबंदी तरह देश में एक बार फिर अफरा-तफरी मचने वाली है। उपरोक्त विचार उन्होने नूह शहर में कपडा व्यापारियों की बैठक में उनकी समस्याओं को सुनते समय व्यक्त किये। उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी पूरी तरह व्यापारियों के साथ है।
आफताब अहमद ने कहा कि सरकार पहले कारोबारियों की समस्याओं के समाधान के लिए जगह जगह सहायता केंद्रों की स्थापना करे, उनको अपना आधारभूत ढांचा और सूचना तकनीक प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए था। उन्होने कहा की जीएसटीएन के चेयरमैन सॉफ्टवेयर टेस्टिंग कर रहे हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा कितनी तैयार है।
आफताब ने कहा कि छोटे कारोबारी अब तक इसके लिए इनवॉयस, लेखा प्रणाली और सूचना तकनीक प्रणाली जैसी मौलिक जरूरतें नहीं जुटा सके हैं। भाजपा ने विपक्ष में रहने के दौरान लगभग सात वर्षों तक 14 परसेंट जीएसटी का कड़ा विरोध किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद 28 परसेंट जीएसटी लागू कर के अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया है। अब बाजारों में चीन में बने सामानों की और भरमार हो जाएगी। देश के विभिन्न राज्यों में जीएसटी लागू करने के विरोध में कारोबारी हड़ताल पर हैं। प्रस्तावित जीएसटी दायरे में चार स्तर पर दरें रखी गई हैं. इन्हें 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के कर ढांचे में रखा गया है।
आफ़ताब अहमद ने कहा की वो जीएसटी के खिलाफ नहीं है। जीएसटी लागू करने के लिए जरूरी आधारभूत ढांचा अब तक तैयार नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से कई जगह दवाओं जैसी जरूरी चीजों की किल्लत हो सकती है और वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही है। दवा जैसी जरुरी चीज़ें महंगी हो जाऐगीं, कपडा व्यापारी को भारी मुसीबत और नुकसान होगा जो सही नहीं है।
इस मौके पर जितेंदर, मोहम्मद अय्यूब, मनोज, राजेश, नरेंदर, मनोज, साहिल सहित दर्जनों कपडा व्यापारी मौजूद थे।