मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की मौत का मामला : चीफ इमाम के हस्तक्षेप से सुलझा

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: हडतालियों की सभी मांगें मानी

:पिछले पांच दिन से धरने पर बेठे थे कर्मचारी

: प्रसव के दौरान अधिक खून निकलने से प्रमीला की हुई थी मौत

: मृतक के परिवार के लोगों को मिलेगें दस लाख

: तीन डाक्टरों के खिलाफ हो चुका है मामला दर्ज

यूनुस अलवी

 
मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की मौत का मामला : चीफ इमाम के हस्तक्षेप से सुलझा 2मेवात:   मेवात के शहीद हसन का मेडिकल कॉलेज में डीसी रेट पर कार्यरत स्टाफ नर्स प्रमीला की मौत का मामला आखिरकार शनिवार को सुलझ ही गया। हडताल पर बेठे कर्मचारियों को मनाने के लिये अखिल भारतीय इमाम संगठन के चीफ इमाम उमेर इलयासी को हस्तक्षेप करना पडा। उसके बाद इस मसले का सुलझााने में मेवात के डीसी, एसपी और सर्व कर्मचारी संघ ने अहम भूमिका निभाई। चीफ इमाम उमेर इलयासी की अगुवाई में शनिवार को हडतालियों को मनाया गया। समझोते के अनुसार मृतक प्रमीला यादव के परिजनों को सरकार की ओर से दस लाख रूपये की आर्थिक मदद दी जाऐगी। उनकी14 वर्षीय बडी बेटी को 18 साल की होने पर सरकारी नोकरी दी जाऐगी तथा उनकी बडी बेटी और मौत से पहले हुई बेटी की पढाई का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अलावा इस सारे प्रकरण की नूंह के एसडीएम मनोज कुमार की अगुवाई में तीन सदस्य कमेठी का गठन किया गया है। जिसमें गुडगांव के सीएमओ और एक अन्य डाक्टर को शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट में अगर प्रमीला की मौत में डाक्टरों की लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाऐगी।
मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की मौत का मामला : चीफ इमाम के हस्तक्षेप से सुलझा 3
   मेडिकल कॉलेज यूनियन के प्रधान ओमबीर ने बताया कि चीफ इमाम उमेर इलयासी, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, मेवात के डीसी और एसपी के संयुक्त प्रयास से उनकी मांगें मानी गई है। उन्होने अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया है। उनहोने कहा अगर समझोते के अनुसार काम नहीं हुआ तो फिर से विरोध जताया जा सकता है।
 
  अखिल भारतीय इमाम संगठन के चीफ इमाम उमेर इलयासी ने बताया कि मेवात के डीसी, एसपी के प्रयासों से कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। वहीं उनहोने डाक्टरों को भी चेतावनी देते हुऐ कहा की मरीजों के साथ अच्छा बरताव करें तथा उनको बेहतर इलाज देने का प्रयास किया जाऐ। वहीं उनहोने कहा कि मेडिकल कॉलेज के डारेक्टर संसार चंद शर्मा के बारे में लोगों ने काफी शिकायत की है। इस बारे में मुख्यमंत्री से बात की जाऐगी। लोगों की भावाओं के अनुरूप ऐक्शन लिया जाऐगा। जो भी लापरवाही बरतेगा उसको किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाऐगा।
 
   आप को बता दें कि मृतक प्रमीला शहीद हसन खां मेडिकल कॉलेज में पिछले साडे चार साल से डीसी रेट पर बतौर स्टाफ नर्स कार्यरत थी। कर्मचार राजकुमारी और मेडिकल कॉलेज यूनियन के प्रधान ओमबीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को करीब दो बजे प्रमीला को प्रसव का दर्द हुआ था। उसने कॉलेज में लाया गया जहां उसकी डाक्टरों ने जांच की। उसके बाद सभी डाक्टर गायब हो गये। करीब 5 बजकर 10 मिनिट पर प्रमीला ने एक बच्ची को जन्म दिया यह उनकी दूसरी डिलेवरी थी। उनकी पहली बच्ची करीब 14 साल की है। कर्मचारियों ने बताया कि प्रसव के बाद प्रमीला को ब्लेडिंग शुरू हो गई। प्रमीला और बच्चे की हालत गंभीर होने लगे जिसकी सूचना डाक्टर दिव्या मंगला को दी जिसने कहा कि वह असपताल में नहीं है। जबकी वह कॉलेज परिषर के स्पोर्टस कम्पलैक्स में मौजूद थी। नो बेहोशी का डाक्टर मौजूद था। आखिरकार जब तक डाक्टर आते प्रमीला ने शाम साडे सात बजे दम तोड दिया। उनका कहना है कि अगर डाक्टर जल्द ही मौके पर होते तो उसे बचाया जा सकता था।
 
उसके बाद कर्मचारी धरने पर बेठ गये और नूंह पुलिस ने मृतक प्रमीला यादव के पति बालू प्रकाश की शिकायत पर कॉलेज के हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ रवि दत्त वधवा, महिला डॉक्टर दिव्या मंगला, डॉ एसपी सिंह सहित तीन के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।
 
 इस मौके पर मेवात विकास अभिकरण के चैयरमेन खुरशीद राजाका, हरियाणा हज कमेठी के सदस्य हबीब हवननगर, डीसी मणि राम शर्मा, एसपी नाजनीन भसीन, सर्व कर्मचारी संघ मेवात के अध्यक्ष तैयब हुसैन, सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉ फारुख अहमद, मोहम्मद खान नूह, शकील अहमद मोहम्मदपुर,मौलाना ज़कारिया, जावेद इल्यासी, यूसुफ रहना, विष्णु सिंगला चेयरपर्सन पति सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।
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