चौ धीरपाल राजकीय महाविद्यालय बादली के दीक्षांत समारोह में प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री
झज्जर/बादली, (सोनू धनखड़) : प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि जीवन में लक्ष्य को तय करते हुए उस दिशा में मेहनत की जाए तो कोई कारण नहीं बनता की सफलता न मिलें। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री मंगलवार को चौ धीरपाल राजकीय महाविद्यालय बादली में आयोजित पारितोषिक वितरण एवं दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपना संबोधन दे रहे थे। करीब 45 मिनट के भाषण के दौरान विद्यार्थियों से सीधे संवाद के अंदाज में उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विद्यार्थी पहला संकल्प इस बात का लें कि वे नौकर नहीं बल्कि मालिक बनेंगे। उन्होंने कहा मनुष्य वहीं बनता है जो सपना देखता है, आप भी बड़े बनने का सपना देखते हुए उस दिशा में मेहनत करेंगे तो निश्चित रूप से बड़े बनेंगे।
प्रेरक पुस्तकें पढ़ें :
कृषि मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी छात्र जीवन से ही सफल हस्तियों की प्रेरक पुस्तकें पढ़ें , जो जीवन में सकारात्मकता का संदेश देती हंै। कृषि मंत्री ने महाविद्यालय के प्राचार्य से कहा कि उनकी तरफ से कॉलेज के सभी छात्रों को एज यू थिंक (जैसे तुम सोचते हो )तथा दूसरी पुस्तक दा सिक्रेट ( रहस्य) नामक पुस्तकें पढऩे को दें। ये पुस्तक पढऩे से विद्यार्थी को जीवन का लक्ष्य तय करने में मदद मिलेगी। जीवन से नकारात्मक सोच सकारात्मक सोच में बदलेगी और जीवन सफलता की ओर बढ़ेगा।
बड़ा लक्ष्य तय कर कर्म करने की प्रेरणा
श्री धनखड़ ने कहा कि गीता में भी कर्म, विक्रम और अकरम का उल्लेख मिलता है जो हमें जीवन में बड़ा लक्ष्य तय कर कर्म करने की प्रेरणा देते हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों ने हमारी शिक्षा पद्धति को कमजोर करने का काम किया। अंग्रेजी भाषा को नौकरी के साथ जोड़ते हुए ओल्ड इज गोल्ड के स्थान पर वेस्ट इज बेस्ट पढ़ाया गया। विद्यार्थी मालिक बनने के संस्कारों की शिक्षा को छोड़कर नौकर बनने की शिक्षा ग्रहण करने लगे। उन्होंने छात्रों से सीधा संबाद करते हुए कहा कि देश के निर्माता बनो,मालिक बनो, नौकरी देने वाले बनो, नौकर बनने का लक्ष्य त्याग कर, मालिक बनने का लक्ष्य तय करो।
उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी सम्मानित
कृषि मंत्री ने पारितोषिक वितरण समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह में ग्रेजवेट कर चुके छात्रों को स्नातक की डिग्री वितरित की। कृषि मंत्री ने सम्मानित होने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पहले कॉलेज केे प्राचार्य एसएन शर्मा ने महाविद्यालय के गत वर्ष की गतिविधियों व उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। प्राचार्य ने बताया कि ग्रामीण आंचल में स्थापित यह कालेज 2000 में शुरू हुआ था । शुभारंभ वर्ष में कला संकाय के 124 छात्रों ने दाखिला लिया था। 2012 में वाणिज्य संकाय, 2015 विज्ञान संकाय और वर्ष अगस्त में भूगोल विषय की स्नाकोतर की कक्षाएं शुरू हुई। उन्होंने बताया कि फिलहाल कालेज में 650 से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। महाविद्यालय की खास बात यह है कि ग्रामीण आंचल में कालेज होने के बावजूद 55 प्रतिशत सख्यां छात्राओं की हैं।
इस अवसर पर जिला परिषद चेयरमैन परमजीत सौलधा, अमेरिका से आई एन आर आई सुनीता सांगवान रविभान राठी, सतबीर गुलिया, रणबीर गुलिया, अमित बादली, प्रशासन की ओर से एसडीएम बादली जगनिवास,तहसीलदार विकास कुमार, कालेज स्टाफ छात्रा-छात्राएं उपस्थित रहे।