केशव प्रसाद मौर्या एवं दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री होंगे
प्रदेश बहुत बड़ा है इसलिए दो उप मुख्यमंत्री चुने गए : केशव मौर्य
नई दिल्ली/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सीएम को लेकर लखनऊ में फैसला हो गया है. योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। एएनआई के अनुसार, योगी आदित्यनाथ के नाम पर मुहर लग गई है। भाजपा के विधायक दल की बैठक में यह फैसला हुआ. योगी गोरखपुर से लोकसभा सांसद हैं. उनके अलावा केशव प्रसाद मौर्या एवं दिनेश शर्मा दो उप मुख्यमंत्री होंगे. इस बात की पुष्टि बैठक में मौजूद उप मुख्यमंत्री के तौर में चुने गए केशवप्रसाद मौर्या ने की. उन्होंने कहा कि यह प्रदेश बहुत बड़ा है इसलिए दो उप मुख्यमंत्री चुने गए हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं केन्द्रीय गृह मंत्री के राजनितिक सलाहकार सिधार्थ्नाथ सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया है. बैठक में विधायकों की और से मांग की गयी की उत्तर प्रदेश काफी बड़ा है इसलिए दो उप मुख्यमंत्री बनाए जाएँ. इस पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने फोन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बात किआ और इसकी जानकारी दी. श्री शाह ने इसकी अनुमति दी और फिर दो उप मुख्यमंत्री बनाए गए.
आदित्यनाथ रविवार को लखनऊ में दोपहर 2.15 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. लखनऊ में कांशीराम स्मृति उपवन में शपथग्रहण समारोह होगा।गोरखनाथ मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटी.
कौन हैं योगी आदित्यनाथ ?
पूर्वांचल में गहरी पैठ रखने वाले योगी आदित्यनाथ (अजय सिंह) कट्टर हिन्दुत्व की छवि रखते हैं. हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक आदित्यनाथ तमाम हिन्दू संगठनों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं. दस वर्षों से अधिक समय तक वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे.
राजपूत परिवार से आनेवाले योगी आदित्यनाथ ने स्नातक (विज्ञान) की उपाधि एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से ली.
12वीं लोकसभा में योगी आदित्यनाथ सबसे कम उम्र के सांसदों में शामिल थे. उस वक्त उनकी उम्र महज 26 साल थी.
– आदित्यनाथ 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
– वर्तमान में वे गोरखपुर से सांसद होने के साथ ही गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं.
– 12 सितंबर 2014 को महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद आदित्यनाथ को यह पद सौंपा गया.
– योगी आदित्यनाथ ने नाथ सम्प्रदाय के मद्देनजर 14 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर का निर्माण करवाया.