यूनुस अलवी
मेवात: केंद्रीय विद्यालय बनाने कि जगह को लेकर प्रशासन और ग्रामीण आपस में भिड सकते हैं। गांव सालाहेडी में ही केंद्रीय विद्यालय बनाने कि मांग को लेकर एक दर्जन गावों की नूंह के गांधी पार्क में एक महापंचायत बुलाई गई है। इसका फैंसला बृहस्पतिवार को गांव सालाहेडी के प्रमुख लोगों ने गांव में ही एक बेठक में लिया।
गांव सालाहेडी के सरपंच इलयास, यासीन और पूर्व सरपंच हाजी फारूख ने बताया कि करीब दस साल पहले उनके गांव सालाहेडी में केंद्रीय विद्यालय बनाने को लेकर प्रशासन ने उनके गांव कि 41 एकड 13 मरला जमीन का प्रस्ताव लिया था। इस जमीन में केंद्रीय विद्यालय बनाने के लिये विभाग को भेज दिया गया था। सारी जमीन का मुटेशन भी केंद्रीय विद्यालय के नाम वर्ष 2013 में ही चढ गया है। केंद्रीय विद्यालय के संगठन ने उनकी पंचायत से तीन एकड जमीन की ओर डिमांड कि थी।
फिर से उनकी पंचायत ने पांच एकड जमीन का प्रस्ताव कर मेवात उपायुक्त को सौंप दिया है। उनका आरोप है कि अब प्रशासन इस केंद्रीय विद्यायल को गांव सालाहेडी कि बजाये गांव संगेल में बनाना चहाता है जो किसी भी ऐतबार से ठीक नहीं हैं। संगेल गांव से कोई भी बडा रोड नहीं लगता है जिसकी वजह से स्कूल के बच्चों को वहां आने जाने में भारी परेशानी तो होगी ही साथ ही छात्राओं कि सुरक्षा का खतरा ज्यादा है। उनका कहना है कि गांव सालाहेडी में केंद्रीय विद्यालय बनाने कि मांग को लेकर रविवार को आठ गावों के प्रमुख लोगों को एक महापंचायत बुलाई गई है। पंचायत में कोई भी बडा निर्णय लिया जा सकता है।
इस मौके पर सरपंच इलयास, यासीन, पूर्व सरपंच हाजी फारूख, हाजी सुभान खां, हाजी जान मोहम्मद, रोजदार, यासीन हवालदार, अजमल खां सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।