नई दिल्ली /भुवनेश्वर : ओड़िसा से आज बड़ी खबर आई . ओड़िसा में नव गठित भाजपा सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए भगवान जगन्नाथ का खजाना खुलवाया। लगभग 46 साल बाद भगवान जगन्नाथ का रत्न भंडार खोला गया जो ओडिशा सहित देश के अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए वर्षों से कोतुहल का विषय बना हुआ था ।
इसी रत्न भंडार में जगन्नाथ मंदिर के तीनों देवताओं जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा के गहने रखे गए हैं। भंडार को अंतिम बार 14 जुलाई 1985 में खोला गया था। इसके बाद रत्न भंडार कभी नहीं खुला और उसकी चाबी भी गायब थी, इस पर भी काफी बवाल हुआ था। रत्न भंडार गृह में अभी सरकार के प्रतिनिधि, ASI के अधिकारी, श्री गजपति महाराज के प्रतिनिधि समेत 11 लोग मौजूद थे .
बताया जाता है कि खजाना खोलने के लिए राज्य सरकार ने 11 सदस्यों की एक टीम का गठन किया गया था. ओडिशा हाईकोर्ट के न्यायाधीश बिश्वनाथ रथ, श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी, एएसआई अधीक्षक डीबी गडनायक और पुरी के नाममात्र राजा ‘गजपति महाराजा’ के एक प्रतिनिधि सहित 11 लोग इस टीम का हिस्सा थे.