– निगमायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ के निर्देश पर अधिकारियों सहित सफाई शाखा से जुड़े कर्मचारी पूरी क्षमता के साथ व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुटे
– सडक़ों के किनारों, सेकेंडरी कचरा स्थानों, कचरा संवेदनशील स्थानों, ग्रीन बैल्ट क्षेत्रों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पड़े कचरे का उठान किया जा रहा सुनिश्चित
गुरूग्राम, 28 मार्च। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना में नगर निगम अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुट गए हैं। इसके तहत एक ओर जहां सेकेंडरी कचरा स्थानों से कूड़ा उठान सुनिश्चित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सडक़ों के किनारे व ग्रीन बैल्ट क्षेत्रों मेंं पड़े कूड़े व कचरा संवेदनशील स्थानों को साफ करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि निगमायुक्त द्वारा बुधवार को आयोजित बैठक में सफाई शाखा से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी अपने-अपने जोन का दौरा करके कचरा उठान तथा सफाई व्यवस्था को बेहतर करवाएं। अधिकारियों ने मौके पर जाकर कार्य में तेजी लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के साथ ही इधर-उधर पड़े कूड़े का उठान करवाया जा रहा है।
निगमायुक्त द्वारा गुरूग्राम के नागरिकों से भी आह्वान किया गया है कि वे इधर-उधर कूड़ा ना फैंकें क्योंकि इससे गंदगी होती है तथा क्षेत्र में बदबू फैलती है। कूड़े को आसपास स्थित अधिकृत कचरा प्वाईंट या डस्टबिन में ही डालें। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागरिकों का सहयोग बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों, निवर्तमान निगम पार्षदों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों स अनुरोध किया कि वे इस बारे में लोगों को जागरूक करें तथा अगर कोई व्यक्ति सडक़ों के किनारे, ग्रीन बैल्ट क्षेत्र या अन्य किसी सार्वजनिक स्थान पर कचरा फैंकता है, तो उसे ऐसा करने से रोकें तथा आसपास स्थित अधिकृत कचरा प्वाईंट पर कचरा फैंकने के लिए कहें। निगमायुक्त ने नागरिकों से यह भी अनुरोध कि वे पॉलीथीन कैरीबैग व प्रतिबंधित प्लास्टिक वस्तुओं का इस्तेमाल ना करें। ये एक ओर जहां पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं, वहीं दूसरी ओर मानव व जीवों के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के कूड़े में आग ना लगाएं क्योंकि इससे क्षेत्र में धूंआ फैलता है तथा आंख व सांस संबंधी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। सभी के सहयोग व संयुक्त प्रयासों से गुरूग्राम की सफाई व्यवस्था को बनाए रखने में मदद मिलेगी।