नई दिल्ली : केंद्रीय युवा मामले और खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली के केडी जाधव इंडोर हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में औपचारिक रूप से ‘खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023’ के शुभारंभ की घोषणा की। इन खेलों में 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और सेवा खेल बोर्ड के 1450 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। ये खेल 10 से 17 दिसंबर के बीच दिल्ली के तीन स्थानों पर आयोजित हो रहे हैं।
इस भव्य कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश पुलिस बैंड ने शानदार प्रदर्शन किया और देशभक्ति से पूर्ण धुनों ने मन मोह लिया। भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों ने कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात ‘वी आर वन’ ग्रुप के कलाकारों ने जोशीला पैरा नृत्य प्रस्तुत किया। उद्घाटन समारोह में खेलों इंडिया के टाइटल गीत ने धूम मचा दी। ‘एवोल्यूशन ऑफ पैरा गेम्स’ विषय पर एलईडी नृत्य प्रदर्शन ने दर्शकों को सम्मोहित किया।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करने से पहले पैरा खेलों के दिग्गजों- दीपा मलिक, भावना पटेल, सुमित अंतिल और अन्य के साथ मशाल रिले में भाग लिया।
श्री ठाकुर ने कहा कि यह भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि पहली बार खेलो इंडिया पैरा गेम्स राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित किए जा रहे हैं। यह देश के खेल पारिस्थितिकी तंत्र में एक नए आंदोलन का शुभारंभ कर रहा है। यह पहल सभी एथलीटों को उनकी क्षमताओं की परवाह किए बिना समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खेलो इंडिया पैरा गेम्स नए भारत का प्रतीक है।”
प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए, अनुराग ठाकुर ने कहा, “यहां आकर इन खेलों में भाग लेने के आपके प्रयासों को पहचानना बहुत गर्व की बात है। एथलीटों और अधिकारियों सहित 3000 से अधिक लोग खेलों में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे हैं। इन खेलों में 276 स्वर्ण पदक प्रदान किये जाएंगे। मैं प्रत्येक एथलीट को शुभकामनाएं देता हूं।”
युवा मामले और खेल मंत्रालय को बधाई देते हुए केंद्रीय गृह और युवा मामले व खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आभारी हैं, जिन्होंने विकलांग शब्द के स्थान पर दिव्यांग शब्द का प्रयोग लागू करने के लिए बाध्य किया, उन्होंने विकलांग शब्द का प्रयोग न करने और उन्हें विशेष रूप से सक्षम कहने पर जोर दिया। यह प्रधानमंत्री का दूरदर्शी प्रयास ही है, जो लोगों को अपनी सोच बदलने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
श्री प्रमाणिक ने कहा, “मैं खेलो इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय खेलों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयासों के लिए अनुराग ठाकुर और युवा मामले व खेल मंत्रालय की पूरी टीम को भी बधाई देता हूं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत 2030 तक एशियाई पैरा खेलों में 200 से अधिक पदक जीत सकता है।”
खेलो इंडिया पैरा गेम्स के आयोजन के पीछे केंद्र सरकार का उद्देश्य सभी पैरा एथलीटों को सशक्त बनाना है। सरकार ने दिव्यांगों के कल्याण के लिए कई प्रमुख योजनाओं का शुभारंभ किया है।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स का आयोजन तीन स्थानों – इंदिरा गांधी स्टेडियम, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम और करणी सिंह शूटिंग रेंज में किया जा रहा है। प्रतियोगिताएं सात पैरा खेलों-एथलेटिक्स, शूटिंग, तीरंदाजी, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेबल टेनिस और वेटलिफ्टिंग में आयोजित की जाएंगी। भारत के कुछ शीर्ष अंतरराष्ट्रीय पैरा खिलाड़ी- शीतल देवी, भावना पटेल, अशोक और अन्य खिलाड़ी इन स्पर्धाओं में भाग लेंगे।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की अपार सफलता के बाद अब खेलो इंडिया पैरा गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। पहली बार आयोजित हो रहे खेलो इंडिया पैरा गेम्स को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जश्न का माहौल है। सप्ताह भर चलने वाला यह खेल महोत्सव समावेशिता का प्रतीक होने के साथ-साथ मानव प्रतिष्ठा का उत्सव भी होगा।