प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का तीसरा चरण आरंभ

Font Size

– गुरूग्राम में जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को दिए जाएंगे नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन

– एडीसी ने ऑयल कंपनियों के अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

गुरूग्राम, 6 नवंबर। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तीसरे चरण में देश के 75 लाख निर्धन परिवारों की महिलाओं नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे। यह योजना गुरूग्राम में क्रियान्वित करने के लिए आज एडीसी हितेश कुमार मीणा ने ऑयल कंपनियों के अधिकारियों की बैठक ली।

स्थानीय विकास सदन में आयोजित हुई इस बैठक में एडीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 में जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को फ्री एलपीजी कनेक् शन देने के लिए उज्जवला योजना शुरू की थी। जिसके दो चरण पूरे हो चुके हैं और अब तीसरा चरण शुरू हो गया है। जिसमें देश के 75 लाख परिवारों को उज्जवला कनेक्शन दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक गुरूग्राम जिला में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 9500 कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

अब उन सभी परिवारों की महिलाओं को ये कनेक्शन दिए जाएंगे, जो कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हैं, बशर्ते उन्होंने पहले इस योजना का लाभ ना लिया हो। उन्होंने कहा कि अनुसूचित वर्ग, दिव्यांग, नेत्रहीन, प्रवासी या हरियाणा के आम स्थाई नागरिक जिनके घर में एलपीजी कनेक्शन नहीं हैं, उन परिवारों की महिला निकटवर्ती गैस एंजेंसी में जाकर उज्जवला योजना के लिए आवेदन दे सकती हैं। आवेदन के दस्तोवजों का सत्यापन किए जाने के बाद एक-दो दिन में ही उनको घरेलू गैस का सिलेंडर, गैस चूल्हा, रेगुलेटर, नलकी, उपभोक्ता कॉपी आदि सामान दे दिया जाएगा।

एडीसी ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का कनेक् शन लेने के लिए आवेदक महिला को अपना राशन कार्ड, परिवार पहचान पत्र, परिवार में बालिग सदस्यों के आधार कार्ड, बैंक पास बुक, पासपोर्ट साइज फोटो व अन्य केवाईसी दस्तावेज लेकर जाने होंगे। महिलाएं धुआं रहित और साफ वातावरण में भोजन बनाएं, इसलिए यह योजना लागू की गई है।

जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक अनिल कुमार ने बताया कि योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए तीनों ऑयल कंपनियों के अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया जाएगा। इस अवसर पर इंडियन ऑयल कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक अंकित यादव, भारत पेट्रोलियम के सेल्स मैनेजर शशिकांत भगत, हिंदुस्तान पेट्रोलियम की एरिया सेल्स मैनेजर वर्णिका पाठक आदि अधिकारी मौजूद रहे।

You cannot copy content of this page