वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत ने 4 खेलों में 23 पदक जीते

Font Size

नई दिल्ली। भारत ने 4 खेलों में कुल 23 पदक जीते हैं, जिसमें सबसे अधिक पदक निशानेबाजी से आए हैं। आयोजित किए जा रहे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स (3 अगस्त से) के आधे पड़ाव तक भारत ने निशानेबाजी में 8 स्वर्ण पदक समेत 14 पदक जीते हैं। निशानेबाजी के बाद तीरंदाजी में सबसे ज्यादा 7 पदक और जूडो तथा एथलेटिक्स में 1-1 पदक शामिल हैं। भारत ने प्रतिस्पर्धा के लिए कुल 256 एथलीट भेजे थे।

इन 23 पदकों में से 14 पदक खेलो इंडिया एथलीटों से आए हैं, जबकि शूटिंग में सभी पदक (14) टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) एथलीटों द्वारा जीते गए हैं। साथ ही किसी भी अकेले व्यक्ति द्वारा भारत के लिए सबसे अधिक पदक (3 स्वर्ण सहित 4 पदक) टॉप्स निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर को मिले हैं।

वहीं खेलो इंडिया के एथलीट तीरंदाज अमन सैनी ने भारत को 3 पदक दिलाने में योगदान दिया है और टीम इंडिया के संयुक्त प्रदर्शन के परिणामस्वरूप भारत आयोजन के पहले 5 दिनों में पदक तालिका में शीर्ष पांचवें स्थान पर है।

उनके संयुक्त प्रयास ने पहले ही इस आयोजन में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सुनिश्चित कर दिया था, पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2015 यूनिवर्सिटी गेम्स में 5 पदक था।

1959 में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत के बाद से, भारत ने 2019 यूनिवर्सिटी गेम्स (वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का 30वां संस्करण) तक कुल 18 पदक जीते थे। हालाँकि, वर्तमान में चल रहे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के 31वें संस्करण में, भारत अब तक (3 अगस्त) कुल 23 पदक हासिल कर चुका है।

खेलो इंडिया के कुल 71 वर्तमान एथलीट इन खेलों में भाग ले रहे हैं और तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तलवारबाजी, जूडो, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस और वॉलीबॉल सहित कई प्रकार के खेलों में प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें जाने माने नाम हैं- तूलिका मान, राष्ट्रमंडल खेल 2022 में जूडो में रजत पदक विजेता, श्रीहरि नटराज, टोक्यो ओलंपियन तैराक और साथ ही भारतीय शूटिंग के जुड़वा भाई उदयवीर और विजयवीर सिद्धू।

खेलो इंडिया योजना एक प्रमुख सरकारी फंडिंग वाला कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य भारत में खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें आगे बढ़ाना है। यह योजना हाल के वर्षों में बहुत सफल रही है, और जिन एथलीटों को वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए चुना गया है, वे देश की सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभाओं में गिने जाते हैं।

श्रीहरि पिछले कुछ वर्षों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स दोनों में भागीदार रहे हैं। मनु भाकर ने भी खेलो इंडिया आयु वर्ग के दोनों टूर्नामेंट में भाग लिया है।

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स खेलो इंडिया के एथलीटों के लिए अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय खेल मंच है और इसमें भाग लेने वाले कई एथलीट इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में प्रतिस्पर्धी भी रहे हैं।

युवा एथलीट दुनिया भर के कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा एथलीटों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और प्रतियोगिता में अपनी छाप छोड़ने का भरसक प्रयास करे रहे हैं।

You cannot copy content of this page