-भाजपा सरकार दे रही है महिलाओं को पूरा मान-सम्मान
-पहले के नियमों के अनुसार की जा रही है भर्ती
-विरोध करना कांग्रेस नेताओं ने बना लिया है अधिकार: वन मंत्री
नई दिल्ली, 10 जुलाई : हरियाणा के स्कूल शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने कहा कि वन विभाग में महिलाओं के लिए फॉरेस्ट रेंजर की भर्ती को लेकर कांग्रेस के नेता श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जो सवाल उठाए हैं, उनका कोई आधार नहीं है। वे बिना आधार के मुद्दा उठाते हैं और लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।
श्री कंवरपाल सोमवार को यमुनानगर में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज महिलाएं नए आयाम स्थापित कर रही है, चाहे कुश्ती का क्षेत्र है या अन्य कोई क्षेत्र, सभी में महिलाओं ने अपनी पहचान बनाई हैं। हमारे हरियाणा की बेटियों ने पूरे विश्व में हमारा मान बढ़ाया है। यह गौरव की बात है। पहले सेना में महिलाएं नहीं होती थी अब वर्तमान सरकार ने सेना में महिलाओं को अधिकारी बनाकर जिम्मेदारी सौंपी है। लड़ाई का नेतृत्व आज महिलाएं कर रही है। ऐसे दौर में अगर कोई व्यक्ति गैर-जिम्मेदाराना बयान देता है तो इसका कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह नियम वर्ष 1998 से लागू है और साल 2013 में कांग्रेस की सरकार थी, इन्हीं नियमों के मापदंडों के आधार पर फॉरेस्ट की भर्ती की गई थी। ऐसा नहीं है कि यह नियम हमने ही शुरू किये हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब, हिमाचल सहित देश के 7 राज्यों में इन्हीं नियमों के आधार पर भर्ती की जा रही है। लेकिन इन लोगों का काम सरकार का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने रोजगार के लिए भर्ती शुरू की है यह इसमें बाधा डाल रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग नकारात्मक सोच से भरे हुए हैं। जब देश में कोरोना था हमारे देश में वैज्ञानिकों ने कोरोना की वैक्सीन तैयार की तब भी कांग्रेस के लोगों ने विरोध जाहिर किया था। कांग्रेस के लोगों ने विरोध करना अपना अधिकार बना लिया है। लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है। लेकिन प्रदेश व देश की जनता इनकी सच्चाई को जानती है कोई भी इनकी बातों में नहीं आने वाला। इन्होंने जीएसटी का भी खूब विरोध किया लेकिन इसकी सच्चाई को व्यापारी जानते हैं, जीएसटी से व्यापारियों को लाभ मिला है।
उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट की भर्ती में जो नियम उस समय था उसी के अनुसार भर्तियां की जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने महिलाओं को पूरा मान-सम्मान दिया गया है। पहली सरकारों में नौकरी व खेल के बारे में भाई-भतीजावाद था, जबकि वर्तमान प्रदेश सरकार ने हर क्षेत्र में पारदर्शिता लाकर लोगों का विश्वास अर्जित किया है।