– डीसी निशांत कुमार यादव ने सडक़ सुरक्षा व सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की जिला स्तरीय समिति की बैठक में हादसों की रोकथाम को लेकर दिए निर्देश
– स्कूल बसों में नियमों की पालना के लिए सभी एसडीएम अपने एरिया में हर महीने करेंगे पांच-पांच स्कूलों की जांच
गुरूग्राम, 19 अप्रैल। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिला के चार प्रमुख मार्ग नामत: एनएच-48, सोहना रोड, पटौदी रोड व फर्रुखनगर रोड पर हॉट स्पॉट बने स्थानों पर संबंधित विभाग हादसों की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्य करें। इन कार्यों की दो महीने के उपरांत विभागवार समीक्षा की जाएगी ऐसे में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह निर्देश बुधवार की सुबह लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में सडक़ सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कही।
श्री निशांत कुमार यादव ने बैठक के एजेंडे में शामिल बिंदुओं की सिलसिलेवार समीक्षा की। जिला परिवहन अधिकारी एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव उदय सिंह ने बैठक के एजेंडे से डीसी व समिति के अन्य सदस्य अधिकारियों को अवगत कराया।
डीसी ने नरसिंहपुर के पास प्रस्तावित फुट ओवर ब्रिज (एफओबी), शंकर चौक अंडरपास, गांव भोंडसी में बीएसएफ कैंप के समीप एफओबी बनाने, वैली व्यू के पास कट के पास रंबल स्ट्रिप व ब्लिंकर्स लगाने, सोहना बस स्टैंड के समीप रेड लाइट लगाने, रामपुरा फ्लाईओवर पर लाइट्स के लिए नया कनेक्शन जारी करवाने, हीरो होंडा चौक से संबंधित कार्यों, आरडी सिटी के समीप से लेबर चौक शिफ्ट करने आदि कार्यों को स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने राजीव चौक के आस-पास भी यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से गुरुग्राम-सोहना मार्ग के लिंकेज पर स्पीड लिमिट के साइन बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। इसी तरह बैठक में आए बाजारों में भीड़-भाड़ पर नियंत्रण व अतिक्रमण के मामले पर डीसी ने संज्ञान लेते हुए नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त-एक व एसीपी ट्रैफिक की दो सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। यह कमेटी शहर के मुख्य बाजार व आस-पास सडक़ों को अतिक्रमण से मुक्त कराने का कार्य करेगी।
सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को लेकर डीसी ने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि हर महीने अपने एरिया के कम से कम पांच स्कूलों में जाकर स्कूल बसों की जांच करें और निर्धारित प्रपत्र में उसकी रिपोर्ट जमा कराए। किसी स्कूल बस में लापरवाही मिलती है तो संबंधित स्कूल के प्रबंधन को नोटिस जारी करें। यातायात नियमों के प्रति जागरुकता के लिए स्कूलों के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज के लिए नियमित रूप से वर्कशॉप भी आयोजित कराई जाए। इसके साथ ही जिला की सडक़ों पर जलभराव वाले केंद्रों को लेकर उन्होंने निर्देश दिए कि बरसात से पहले सभी आवश्यक कार्य पूरे कर लिए जाए।
इस अवसर पर सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह, डीसीपी ट्रैफिक वीरेंद्र विज, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश कुमार, गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव, पटौदी के एसडीएम संजीव सिंगला सहित समिति के सदस्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।