नई दिल्ली : भारत-फ्रांस Strategic Partnership के तहत Air India और Airbus ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया . यह समझौता बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है इस अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और फ़्रांस राष्ट्रपति मैक्रों भी जुड़े. यह बैठक डिजिटल माध्यम से आयोजित की गई. इस ख़ास कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं एयर इंडिया और एयरबस को इस landmark agreement के लिए बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए, मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों को मैं विशेष रूप से धन्यवाद करता हूँ ।
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ-साथ, भारत के civil aviation sector की सफलताओं और आकांक्षाओं को भी दर्शाती है। आज हमारा civil aviation sector भारत के विकास का अभिन्न हिस्सा है। Civil Aviation को मजबूत करना हमारी National Infrastructure Strategy का एक महत्वपूर्ण पहलू है। पिछले आठ वर्षों में भारत में हवाईअड्डों की संख्या 74 से उछल कर 147 हो गई है, यानि लगभग दोगुनी बढ़त! हमारी Regional Connectivity Scheme (उड़ान) के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी air connectivity से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि निकट भविष्य में भारत aviation sector में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मार्किट बनने जा रहा है। कई आकलनों के अनुसार भारत को अगले 15 वर्षों में 2000 से अधिक विमानों की आवश्यकता होगी। आज की ऐतिहासिक घोषणा इस बढ़ती मांग को पूरा करने में सहायक होगी। भारत की ‘Make in India – Make for the World’ विज़न के तहत aerospace manufacturing मे अनेक नए अवसर खुल रहे हैं। Green field और brown field airports के लिए automatic route से 100% FDI का प्रावधान रखा गया है। उसी तरह ground handling services, maintenance, repair and overhaul यानि MRO में भी 100% FDI की अनुमति दी गयी है। भारत पूरे क्षेत्र के लिए MRO का hub बन सकता है। आज सभी global aviation companies भारत में मौजूद हैं। मैं उन्हें इन अवसरों का पूरा लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करता हूँ।
प्रधान मंत्री मोदी ने जोर देते हुए कहा कि Air India और Airbus का समझौता भारत-फ्रांस Strategic Partnership के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कुछ ही महीनों पहले, अक्टूबर 2022 में, मैंने वडोदरा मे डिफेन्स ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट के शिलान्यास में हिस्सा लिया था। 2.5 बिलियन यूरो के निवेश से बन रहे इस प्रोजेक्ट में भी टाटा और Airbus की साझेदारी है। मुझे यह जानकर भी ख़ुशी है कि फ्रेंच कंपनी साफ़रान विमानों के इंजन की सर्विस के लिए भारत में सबसे बड़ी MRO facility स्थापित कर रही है।
आज international order और multilateral system की स्थिरता और संतुलन सुनिश्चित करने मे भारत-फ्रांस भागीदारी प्रत्यक्ष भूमिका निभा रही है। चाहे Indo-Pacific क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का विषय हो, या वैश्विक food security तथा health security, भारत और फ्रांस साथ मिल कर सकारात्मक योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने यह कहते हुए विश्वास जताया कि इस वर्ष हमारे द्विपक्षीय संबंध और भी नई ऊंचाइयों को छूएंगे। भारत की G20-अध्यक्षता के अंतर्गत हमें साथ मिलकर काम करने के लिए और अधिक अवसर प्राप्त होंगे।