पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड से सनातन संस्कृति बढ़ेगी : बड़ौता

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-ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्राह्मण हित में अपेक्षा से ज्यादा घोषणा की

-भगवान परशुराम महाकुंभ में घोषणाओं पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व गुरुग्राम से आने वालों का जताया आभार

गुरुग्राम ; मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भगवान परशुराम महाकुंभ में ब्राह्मण समाज को जो दक्षिणा दी है उसे ब्राह्मण समाज हमेशा याद रखेगा. ब्राह्मण समाज के हित में अपेक्षा से ज्यादा घोषणाएं कर मुख्य ने सभी भ्रांतियों को दूर कर साबित कर दिया है कि वे ब्राह्मणों का कितना सम्मान करते हैं. य़ह बात ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि गुरुग्राम से भारी संख्या में समाज के लोग इस महाकुंभ में आए, इसके लिए धन्यवाद व्यक्त करते हैं.

उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ साथ समस्त ब्राह्मणों समाज व सर्व समाज का बड़ी संख्या में पहुंचने पर आभार प्रकट किया. पत्रकारों से बात करते हुए बड़ौता ने कहा कि महाकुंभ के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष जो मांगें रखी गई थी, उन्होंने उससे भी ज्यादा घोषणा की. उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए राज्य सभा सांसद कार्तिकेय शर्मा , एचआईआईडीसी के चीफ कॉर्डिनेटर सुनील शर्मा, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के उप महाधिवक्ता राहुल मोहन व आयोजन समिति के समन्वयक शीशपाल राणा का विशेष रूप से धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के ब्राह्मणों को एक मंच पर इकठ्ठा कर सराहनीय व समाज हितैषी कार्य किया है, जिस पर पूरे ब्राह्मण समाज को गर्व है.

सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड बनाने की जो घोषणा की है उससे सनातन संस्कृति को बढावा मिलेगा. पुजारी तंगहाली का जीवन जी रहे हैं, अब उन्हें एक निश्चित न्यूनतम आय प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए पुजारी, पुरोहित का कुशल वर्कफोर्स के हिसाब से न्यूनतम वेज रेट तय किया जाएगा। भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर राजपत्रित अवकाश, कैथल में मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान श्री परशुराम के नाम पर रखा जाना सराहनीय कदम है. मुख्यमंत्री ने पहरावर जमीन गौड़ ब्राह्मण कॉलेज को ही देने की घोषणा कर भ्रांतियां खत्म कर दी हैं वहीं इस कॉलेज के लिए वर्ष 2022 से 2055 तक 33 सालों के लिए नये सिरे से लीज की जाएगी, जबकि पहले यह लीज वर्ष 2009 से 2042 तक थी। इसके अलावा, पिछले पैसे को माफ करने की भी घोषणा व किसी भी प्रकार के जुर्माना व पैनल्टी के पैसे का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा।भगवान परशुराम के नाम पर डाक टिकट जारी करना, गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेद कॉलेज में 100 बीएमएस सीटें मंजूर व इसके अलावा, 7 विषयों में पांच-पांच यानी एमडी-एमएस कोर्स की कुल 35 सीटों की भी मंजूरी, ईपीबीजी की हाईकोर्ट में पुरजोर पैरवी करने की बात करके मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज का दिल जीत लिया है.

उन्होंने कहा कि 1966 से अबतक किसी सरकार ने भगवान परशुराम को याद नहीं किया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने य़ह साबित कर दिया कि वे सभी जातियों व धर्म को सम्मान देते हैं.

मुख्यमंत्री द्वारा वायदा किया गया है कि 1700 एकड़ निजी जमीन धौलीदारों को मिलेगी। इसके अलावा, पंचायती जमीन यदि मकान बनाने या खेती करने के लिए धौलीदार को दी गई थी, तो इस जमीन के लिए भी कानून में प्रावधान किया जाएगा। करनाल में फुव्वारा चौक का नाम भाई मती दास-सती दास छिब्बर के नाम पर होगा व पुराने परशुराम चौक का सौंदर्यकरण होगा. परशुराम चौक से गांधी चौक तक के मार्ग का नाम भगवान परशुराम मार्ग होगा. शहर के एक पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। करनाल की ब्राह्मण धर्मशालाओं के लिए कुल 31 लाख रुपये दिए जाएंगे व करनाल में भगवान परशुराम सेवा सदन के लिए 2000 वर्ग गज प्लॉट मिलेगा. प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी अगर ब्राह्मण संस्थाएं प्लॉट के लिए आवेदन करेंगी तो उन्हें नियमानुसार प्लॉट दिया जाएगा। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में आचार्य चाणक्य के नाम पर चेयर स्थापित होगी, ताकि उनके जीवन व कार्यों पर शोध हो सके।

मुख्यमंत्री की टीम में सबसे ज्यादा ब्राह्मण

सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि घोषणाओं का दूरगामी परिणाम आएगा, जो समाज की नीव मजबूत करेगा.
सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ब्राह्मणों का कितना सम्मान करते हैं य़ह उनकी निजी टीम से पता चलता है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल, प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मीडिया सलाहाकार अमित आर्य, ओएसडी भूपेशवर दयाल, एचआईआईडीसी के चीफ कॉर्डिनेटर सुनील शर्मा, खेल आयोग के चेयरमैन मुकेश गौड़, मीडिया कॉर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ, आईटी हेड ध्रुव, पीए हरदीप शर्मा, पीए नवीन शर्मा, पीए तेजपाल, पीए सुनील शर्मा, पीएसओ रामलाल, पीएसओ राजेश ब्राह्मण समाज से हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय में ब्राह्मण समाज से इतने सदस्य पहले कभी किसी सरकार में नहीं रहे. इतना ही नहीं हरियाणा में सांसद अरविंद शर्मा, सांसद रमेश कौशिक, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, कैबिनेट मिनिस्टर मूलचंद शर्मा व विधायक मोहनलाल शर्मा को आगे कर ब्राह्मण समाज को मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है.

इस अवसर पर गुरुग्राम से राजेश शर्मा, राकेश कुमार, ब्लॉक समिति सदस्य तेज राम गोदारा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

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