– नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म और केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यशाला
– शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय हरियाणा और नगर निगम गुरूग्राम के सहयोग से किया गया आयोजन
गुरूग्राम, 16 दिसम्बर। नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म और केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय हरियाणा व नगर निगम गुरूग्राम के सहयोग से निगम कार्यालय में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में गुरूग्राम, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़ जिलों के नगर निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला में बताया गया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक ई-लर्निंग और पीयर-टू-पीयर लर्निंग प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। इस प्लेटफॉर्म में एक-दूसरे शहरों में ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, आरएफपी, डीपीआर आदि की बैस्ट प्रैक्टिसिज उपलब्ध हैं, जिन्हें देखकर व समझकर कोई भी शहरी स्थानीय निकाय अपने यहां लागू कर सकता है। साथ ही कोई भी शहरी स्थानीय निकाय अपने यहां की बैस्ट प्रैक्टिसिज को प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी कर सकता है। इस ऑनलाईन प्लेटफॉर्म में ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन सहित अन्य विषयों पर ई-लर्निंग कोर्स भी दिए गए हैं, जिन्हें ऑनलाईन ही करके सर्टिफिकेट ले सकते हैं।
नगर निगम गुरूग्राम के एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्नोई ने कार्यशाला में आए नेशनल अर्बन लर्निंग प्लेटफॉर्म के एक्सपर्ट का स्वागत एवं धन्यवाद किया। उन्होंने कार्यशाला में प्रतिभागियों को भारत के शहरी शिक्षण समुदाय का हिस्सा बनने केलिए प्रेरित करते हुए हरियाणा में शहरी स्थानीय निकायों ने अपनी सीखने की जरूरतों को सांझा किया। उन्होंने शहरी मुद्दों को हल करने के लिए मंच को अपनाने की दिशा में एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदर्शित किया।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि इस ऑनलाईन प्लेटफॉर्म पर शहरी क्षेत्रों की सबसे बड़ी कम्यूनिटी तैयार की जा रही है तथा पूरे अर्बन इको सिस्टम को डिजीटली कनैक्ट किया जा रहा है। बताया गया कि जिस हिसाब से आप प्लेटफॉर्म पर अपनी मांग करेंगे, उसी अनुसार समाधान उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्ट्रैक्टिव सेशन के दौरान अतिक्रमण, कचरा अलगाव, स्टाफ की कमी व ड्रेनेज से संबंधित मुद्दों पर सभी से सुझाव लिए गए।
कार्यशाला में नगर निगम गुरूग्राम व मानेसर, नगर परिषद सोहना, पटौदी-मंडी, नारनौल व रेवाड़ी, नगर पालिका फरूखनगर, बावल, कनीना, नांगल चौधरी सहित अन्य स्थानीय निकायों के कार्यकारी अधिकारी, सचिव, नगर अभियंता और नगर योजनाकार शामिल थे।