चंडीगढ़, 14 दिसम्बर : हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में आज राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में नवदीप सिंह विर्क, प्रधान सचिव, परिवहन विभाग ने पिछले पॉच वर्षों में सड़को पर हो रही दुर्घटनाओं में हुई मृत्यु और घायलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उनके द्वारा बताया गया कि नवम्बर 2022 तक 9951 सडक दुर्घटनायें हुईं . इसमें 4516 व्यक्तियों की जान गई और 8447 व्यक्ति घायल हुए।
उनके द्वारा प्रस्तुतीकरण में बताया कि परिवहन मंत्राल, भारत सरकार, द्वारा जारी एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईरेड) परियोजना सभी राज्यों के लिए शुरू की गई है और इसे हरियाणा में भी लागू किया जा चुका है, जिसमें इस परियोजना के लिए परिवहन विभाग को नोडल विभाग नियुक्त किया गया है और इसमें परिवहन के इलावा पुलिस, स्वास्थ्य, एन.एच.ए.आई, पी.डब्लयू.डी., एच.एस.आई.डी.सी, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और स्थानीय निकाय विभागों को लिया गया है . इसमें सम्बन्धित विभागों के नोडल अधिकारी राज्य और जिला स्तर पर इस सड़क सुरक्षा परियोजना पर कार्य करेंगें। इस पोर्टल पर सभी विभाग अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगें, जिसमें सभी सम्बन्धित विभागों की वर्तमान स्थिति का पता चल सकता है।
परिवहन मंत्री ने सभी विभागों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी अपनी जिम्मेवारी निभाए और जो उपलब्धी हरियाणा की इस विषय में रही है उसे और अच्छा करे। उन्होने वर्ष 2023 के लिए 20 प्रतिशत दुर्घटनायें कम करने का लक्ष्य सभी के लिए रखा। परिवहन मंत्री यहां हरियाणा निवास में प्रदेश की सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
प्रधान सचिव, परिवहन ने पूर्व में हुई सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक के बारे में कार्यवाही रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए सभी सड़क बनाने वाली एजेन्सीयों को निम्न आदेश दिएः-
लम्बित सड़क दुर्घटना संभावित बिन्दुओं, स्पीड ब्रैकर/रिम्बल स्ट्रिप, साईन बोर्ड, रोड़ मार्किग, कैटआईज, डेलिनियटरस और ब्लैक स्पोट इत्यादि की समीक्षा करते हुए सभी को अपने सभी बिन्दु 31.03.2023 तक पूर्ण करने बारे निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग के द्वारा सभी जिलों के लिए रोड़ सैफटी एसोसिएटस अनुबंध आधार पर नियुक्त किए जा रहे हैं जो कि सम्बन्धित जिले में सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित सभी विभागो से समंवय स्थापित करके अपने जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में सहायता करेंगें।
बैठक में बताया गया कि प्रत्यके सडक निर्माण विभाग/एजेंसी के द्वारा अपनी सड़कों/हाईवे का आंतरिक ऑडिट करें और लीड एजेंसी को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगें।
बैठक में निर्णय लिया गया कि किसी भी सड़क या हाईवे पर ढाबे, पैट्रोल पंप इत्यादि के द्वारा सड़क निर्माण को तोड़कर कोई भी अवैध कट बनाया गया तो उन पर सम्बन्धित के विरूद्व पुलिस केस दर्ज किये जाए। इस मुद्दे पर हर जिला सड़क सुरक्षा कमेटी में भी रखा जाए।
आई.जी ट्रैफिक हरदीप दून, आई.पी.एस ने परिषद को अवगत करवाया कि वर्श 2019-2021 के 213 ब्लैक स्पोट परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को स्वीकृति हेतू भेजे हुए हैं और जनवरी से नवम्बर, 2022 तक टैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों के 17,67,442 चालान किए गए है। इसके अतिरिक्त ओवरस्पीड़ वाहनों के 1,27,215 चालान किए जा चुके हैं।
परिवहन विभाग के द्वारा जिला सड़क सुरक्षा समितियों की 175 बैठकें सम्बन्धित जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में हो चुकी हैं जिसमें सड़को के ऑडिट, 4603 स्कूल बसों की चैकिंग, सड़को का निरीक्षण, 468 सड़क सुरक्षा ऑडिट पर कर्मचारियों को ट्रैनिंग जैसे कार्य भी किए जा रहे हैं। जिससे सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाकर सड़क दुर्घटना में कमी लाई जा सके।
ब्लैक स्पोट इत्यादि की समीक्षा करते हुए सभी को अपने सभी बिन्दु 31.03.2023 तक पूर्ण करने बारे निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग के द्वारा सभी जिलों के लिए रोड़ सैफटी एसोसिएटस अनुबंध आधार पर नियुक्त किए जा रहे हैं जो कि सम्बन्धित जिले में सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित सभी विभागो से समंवय स्थापित करके अपने जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में सहायता करेंगें।
बैठक में बताया गया कि प्रत्यके सडक निर्माण विभाग/एजेंसी के द्वारा अपनी सड़कों/हाईवे का आंतरिक ऑडिट करें और लीड एजेंसी को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगें।
बैठक में निर्णय लिया गया कि किसी भी सड़क या हाईवे पर ढाबे, पैट्रोल पंप इत्यादि के द्वारा सड़क निर्माण को तोड़कर कोई भी अवैध कट बनाया गया तो उन पर सम्बन्धित के विरूद्व पुलिस केस दर्ज किये जाए। इस मुद्दे पर हर जिला सड़क सुरक्षा कमेटी में भी रखा जाए।
परिशद् के सदस्य सुशील आर्य द्वारा सड़कों व हाईवे पर अवैध शराब के ठेकों के बारे में बताया गया जिस पर आबकारी एवं कराधान विभाग के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा सभी जिलों के सड़क के साथ लगते षराब के ठेकों का निरीक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी जाएगी।
आई.जी ट्रैफिक हरदीप दून, आई.पी.एस ने परिषद् को अवगत करवाया कि वर्श 2019-2021 के 213 ब्लैक स्पोट परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को स्वीकृति हेतू भेजे हुए हैं और जनवरी से नवम्बर, 2022 तक टैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों के 17,67,442 चालान किए गए है। इसके अतिरिक्त ओवरस्पीड़ वाहनों के 1,27,215 चालान किए जा चुके हैं।
परिवहन विभाग के द्वारा जिला सड़क सुरक्षा समितियों की 175 बैठकें सम्बन्धित जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में हो चुकी हैं जिसमें सड़को के ऑडिट, 4603 स्कूल बसों की चैकिंग, सड़को का निरीक्षण, 468 सड़क सुरक्षा ऑडिट पर कर्मचारियों को ट्रैनिंग जैसे कार्य भी किए जा रहे हैं। जिससे सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाकर सड़क दुर्घटना में कमी लाई जा सके।
परिवहन मंत्री ने कहा कि वर्तमान में धुंध का समय है। ऐसे में सड़कों पर सुरक्षा के दृष्टिगत प्राथमिकता से कार्य करते हुए सड़कों पर मार्किंग और ट्रैक्टर ट्राली आदि वाहनों पर रिफ्लेक्टर और रिफ्लेक्टिव टेप सम्बन्धित विभाग तत्काल लगाएं। इसके अतिरिक्त सड़कों पर घूमने वाले लावारिस पशुओं और गायों के सींगों पर भी रिफ्लेक्टिव टेप जल्द से जल्द लगाएं ताकि लावारिस पशुओं के कारण होने वाले हादसों पर अंकुश लग सके।
सड़क सुरक्षा परिशद् की बैठक में एच.एस.आई.डी.सी विभाग से मैनेजिंग डायरेक्टर श्री विकास गुप्ता, आई.ए.एस, पुलिस विभाग से आई.जी. ट्रैफिक हरदीप दुन, आई.पी.एस, वित्त विभाग से विनय सिंह, आई.ए.एस, वित्त सचिव, एन.एच.ए.आई, चण्डीगढ से विपनेश शर्मा, प्रदीप अहलावत, संयुक्त निर्देशक परिवहन, रिजनल आफिसर, दिलबाग सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त, (सड़क सुरक्षा), शिक्षा विभाग से रत्न संधु, सुशील आर्य, ओम सेवा संस्थान, पीडब्ल्यूडी विभाग के मुख्य अभियंता के अलावा सड़क सुरक्षा परिषद से सम्बंधित कई विभागों के प्रमुख अधिकारी के अतिरिक्त सभी जिला परिवहन अधिकारी, वीडियो कॉन्फ्रैन्स के माध्यम से मौजूद रहे।