नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को “परीक्षा पे चर्चा 2023” कार्यक्रम के छठे संस्करण में भाग लेने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर का लाभ प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक अनूठे बातचीत के कार्यक्रम- परीक्षा पर चर्चा की परिकल्पना की, जिसमें देश भर के और विदेशों से भी विद्यार्थी, माता-पिता, शिक्षक उनके साथ बातचीत करते हैं और जीवन को उत्सव के रूप में मनाने के लिए परीक्षाओं से उत्पन्न होने वाले तनाव से मुक्ति प्राप्त करने के बारे में चर्चा करते हैं। यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूली विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों का चयन एक ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से किया जाएगा। https://innovateindia.mygov.in/ppc-2023/ पोर्टल 25 नवंबर 2022 से पंजीकरण के लिए खोल दिया गया है और नीचे सूचीबद्ध विषयों के समूह के लिए 30 दिसंबर 2022 तक खुला रहेगा:
I. विद्यार्थियों के लिए विषय–वस्तु
1. अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानें
आपने-अपने राज्य या क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में कौन-सी जीवन गाथाएँ सुनी हैं? आप उनके जीवन से क्या प्रेरणा लेते हैं? आप अपने राष्ट्र की सेवा कैसे करना चाहते हैं?
2. हमारी संस्कृति ही हमारा गौरव है
आपके राज्य की संस्कृति के बारे में क्या खास है? उस संस्कृति के कौन से तत्व आपको अपने देश पर गर्व महसूस करने के लिए प्रेरित करते हैं?
3. मेरी पुस्तक मेरी प्रेरणा
ऐसी कौन सी पुस्तक है जिसने आपको बहुत प्रभावित किया है और क्यों?
4. आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को सुरक्षित कीजिए
सतत् विकास के बारे में आपके क्या विचार हैं? जलवायु परिवर्तन के कारण आप हमारी भावी पीढ़ी के लिए किन चुनौतियों का अनुमान लगाते हैं? हमें अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए क्या उपाय करने चाहिए? एक विद्यार्थी के रूप में आप सतत् विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं?
5. मेरा जीवन, मेरा स्वास्थ्य
स्वस्थ रहना आपके लिए क्यों महत्वपूर्ण है? आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे, इसके लिए आप क्या करते हैं?
6. मेरा स्टार्टअप सपना
जीवन में सफल होने के लिए विद्यार्थियों में आत्मनिर्भरता की दिशा में उद्यमशीलता और साथ ही देश की अर्थव्यवस्था और कार्य संस्कृति में योगदान देना समय की मांग है। अपने खुद के स्टार्टअप के बारे में आपके क्या सपने हैं?
7. विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी और गणित–एसटीईएम की शिक्षा/बिना सीमाओं के शिक्षा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों द्वारा विषयों के चुनाव में लचीलेपन की सिफारिश करती है। विद्यार्थियों को अपनी पसंद के विषय का चुनाव करने, अपना रास्ता चुनने और अपनी पसंद का पेशा चुनने की आज़ादी होगी। विज्ञान और गणित से परे भी जीवन है। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? इस परिवर्तनकारी सिफारिश में आप क्या चुनौतियाँ देखते हैं? आपके सुझाव क्या हैं?
8. स्कूलों में सीखने के लिए खिलौने और खेल
खिलौने और खेल भी सीखने का स्रोत हो सकते हैं। माध्यमिक स्तर पर खिलौनों और खेलों के माध्यम से सीखने वाले विद्यार्थियों के बारे में अपने विचार लिखें।
II. शिक्षकों के लिए विषय
1. हमारी विरासत
शिक्षार्थियों के समग्र विकास के लिए ‘भारतीय’ पारंपरिक ज्ञान पढ़ाने का सार क्या है? आप स्कूल में उन क्षेत्रों को एकीकृत करते हुए इसे पढ़ाने की योजना कैसे बनाएंगे।
2. सीखने के माहौल को सक्षम बनाना
बेहतर सीखने और अपने शिक्षार्थियों के भावनात्मक और मानसिक कल्याण के लिए एक स्वस्थ और अनुकूल कक्षा वातावरण बनाने के लिए एक शिक्षक के रूप में आपकी क्या भूमिका होनी चाहिए? आप सभी शिक्षार्थियों की भागीदारी और सीखने को सुनिश्चित करने के लिए गतिविधियों की संरचना कैसे करेंगे? ‘पीयर लर्निंग’ यानी साथ-साथ सीखने के बारे में आपके क्या विचार और राय हैं?
3. कौशल विकास के लिए शिक्षा
कौशल शिक्षा बहुत आवश्यक है। लेकिन हमारे देश में कौशल शिक्षा प्रदान करने के लिए पूरी शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की आवश्यकता है और माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के बीच व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना समय की मांग है। इसका कारण यह है कि बहुत से विद्यार्थी शिक्षा/उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाना पसंद नहीं करते हैं, बल्कि वे जीवन में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न रास्ते तलाशना चाहते हैं। इस पर आपके विचार क्या हैं?
4. कम पाठ्यचर्या भार और परीक्षा के लिए कोई डर नहीं
अनुभवात्मक अधिगम और परियोजना-आधारित पाठ्यक्रम के माध्यम से सीखने के लिए विद्यार्थी; वे क्या सीखते हैं और कैसे सीखते हैं, इस पर विश्वास रखना, इससे परीक्षा का दबाव अपने आप कम हो जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के इस परिप्रेक्ष्य को लागू करने के लिए एक शिक्षक के रूप में आप क्या पहल करेंगे।
5. भविष्य की शैक्षिक चुनौतियाँ
आपकी राय में वर्तमान समय में शैक्षिक चुनौतियाँ क्या हैं? शैक्षिक अपेक्षाओं में परिवर्तन का सामना करने के लिए स्कूल, शिक्षकों और माता-पिता को बच्चों की सहायता कैसे करनी चाहिए?
III. माता–पिता के लिए विषय
1. मेरा बच्चा, मेरा शिक्षक
आपके बच्चे ने आपको कौन सी दिलचस्प बात सिखाई है? आपने इसे कैसे सीखा और इसे कैसे अपनाया? हमारे बच्चों के हितों के अनुकूल होना क्यों महत्वपूर्ण है।
2. प्रौढ़ शिक्षा– सभी को साक्षर बनाना
आपके अनुसार प्रौढ़ शिक्षा का क्या महत्व है? यह एक सशक्त राष्ट्र की ओर कैसे ले जा सकती है? बच्चे आधुनिक मुद्दों की वयस्कों की समझ में कैसे योगदान दे सकते हैं?
3. एक साथ सीखना और बढ़ना
आप अपने बच्चे को स्कूल में सीखने के बारे में घर पर कैसे प्रशंसा करेंगे? अपने बच्चे की सीखने की स्वस्थ प्रक्रिया में माता-पिता के रूप में आपकी भूमिका पर एक रचनात्मक नोट लिखें।
माई गव प्लेटफॉर्म पर प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2050 विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को पीपीसी किट और राष्ट्रीय शैक्षिक प्रशिक्षण और अनुसंधान परिषद-एनसीईआरटी के निदेशक की ओर से प्रशंसा प्रमाण पत्र उपहार में प्रदान किया जाएगा।