नई दिल्ली : न्यायमूर्ति धनंजय वाई. चंद्रचूड़ ने बुधवार को देश के प्रधान न्यायाधीश के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में देश के 50वें सीजेआई के रूप में शपथ दिलवाई. उल्लेखनीय है कि जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता भी देश के चीफ जस्टिस के पद पर करीब सात साल चार महीने रह चुके हैं जो सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में किसी सीजेआई का अब तक सबसे लंबा कार्यकाल रहा है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जस्टिस चंद्रचूड को शीफ जस्टिस बनने पर बधाई दी है.
जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए सीजेआई के पद पर रहेंगे. जस्टिस चंद्रचूड़ ने जस्टिस यू यू ललित की जगह ली है. उन्हें चीफ जस्टिस बनाये जाने के लिए गत 11 अक्टूबर को जस्टिस यू यू ललित ने सिफारिश की थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें 17 अक्टूबर को अगला सीजेआई नियुक्त किया था.
11 नवंबर 1959 को जन्मे जस्टिस चंद्रचूड़ को 13 मई 2016 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था. वह 29 मार्च 2000 से 31 अक्टूबर 2013 तक बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश थे. उसके बाद उन्हें इलाहाबाद उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को जून 1998 में बंबई उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था और वह उसी वर्ष अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किए गए थे .