21 अक्टूबर को गुरुग्राम की पुलिस लाइन में आयोजित किया जाएगा पुलिस शहीदी दिवस

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-गुरुग्राम जिला से संबंधित पुलिस के अमर बलिदानियों के परिजनों को किया जाएगा सम्मानित

गुरुग्राम, 20 अक्टूबर। पुलिस आयुक्त कला रामचंद्रन ने बताया कि पुलिस सेवा के दौरान कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस के अमर बलिदानियों को शुक्रवार 21 अक्टूबर को सुबह सात बजे गुरुग्राम पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। देशसेवा में बलिदान हुए वीरों की याद में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में हरियाणा पुलिस के महानिदेशक श्री पी. के अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) श्री आलोक मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) श्री संदीप खिरवार भी उपस्थित रहेंगे।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक पी. के अग्रवाल गुरुग्राम जिला से सम्बंध रखने वाले उन वीर पुलिस बलिदानियों के परिवारों को सम्मान राशि सहित शाल भेंट कर सम्मानित करेंगे जिन्होंने पूर्व में देश सेवा के कर्तव्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। श्रीमती रामचंद्रन ने पिछले एक वर्ष में पुलिस सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर बलिदानियों की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक वर्ष में हरियाणा में दो पुलिसकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए हैं।

 

उन्होंने बताया कि जिला नूंह में उप पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह इसी वर्ष 19 जुलाई को अपने स्टाफ सहित गुरुग्राम के गाँव पंचगांव की पहाड़ी में अवैध खनन के सम्बन्ध में चैकिंग कर रहे थे तभी एक चालक ने उन पर डम्फर चढ़ा दिया जिसमें सुरेन्द्र सिंह ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। वहीं सोनीपत निवासी सिपाही संदीप नरवाल पिछले वर्ष 30 सितंबर को अपने उच्च अधिकारियों के साथ कुछ आरोपियों की धरपकड़ के लिए हरिद्वार गए थे। वहां पर आरोपीयों से मुठभेड़ के दौरान लौहा लेते हुए एक गोली सिपाही संदीप नरवाल के सिर मे लगी, जिस कारण सिपाही संदीप नरवाल मौके पर ही वीरगति को प्राप्त हो गये ।

क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीदी दिवस

पुलिस आयुक्त ने बताया कि आज से लगभग 63 वर्ष पहले 1959 में जेएंडके के लद्दाख इलाके के दुर्गम छेत्र में भारतीय पुलिस(सीआरपीएफ) की एक 21 जवानों की छोटी सी टुकड़ी ने चीन की विशाल सेना के साथ आमने सामने की भीषण लड़ाई में मातृ भूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देकर चीनी सेना को जोरदार शिकस्त देकर देश की सीमाओं की रक्षा की थी। तभी से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश के कोने कोने में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस वेलफेयर के कार्य किये जाते है।

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