नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है. अब सीएम अरविंद केजरीवाल कल बहुमत साबित करेंगे. मालूम हो कि बीजेपी पर सत्ता पलट के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाने के बाद केजरीवाल ने खुद बहुमत साबित करने की पेशकश की थी. ऐसा करके वो दिखाना चाहते थे कि बीजेपी के ‘ऑपरेशन लोटस’ को उन्होंने दिल्ली में नाकाम कर दिया.
सदन की कार्रवाई हंगामें के साथ शुरू हुई. बीजेपी विधायकों ने वेल में उतर कर हंगामा किया, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें मार्शल आउट कर दिया. विश्वास मत पेश करने का प्रस्ताव आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की ओर से ही प्रस्तुत किया गया था, क्योंकि वो साबित करना चाहते थे कि उनकी पार्टी में कोई टूट नहीं है. दरअसल, उन्होंने बीते दिनों बीजेपी पर सनसनीखेज आरोप लगाया था कि बीजेपी ने उनकी पार्टी के विधायकों को पाला बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये का आफर दिया है.
उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया, जिन पर सीबीआई ने राजधानी की शराब नीति में गड़बड़ करने को लेकर आरोप लगाया था, ने दावा किया था कि बीजेपी ने उनके खिलाफ “सभी मामलों को बंद करने” की पेशकश की थी, अगर उन्होंने आप छोड़ दिया और पार हो गए. पिछले हफ्ते, अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर प्रार्थना की, उसके बाद उनके आवास पर एक बैठक की, जिसमें दिल्ली में AAP के 62 विधायकों में से 53 ने भाग लिया, जबकि अन्य वर्चुअली शामिल हुए.
केजरीवाल ने कहा कि वह अपने विधायकों के साथ बीजेपी के ऑपरेशन लोटस की विफलता के लिए प्रार्थना करने के लिए राजघाट गए थे. आप ने बीजेपी पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक की तर्ज पर अपनी सरकार गिराने के लिए ‘ऑपरेशन लोटस’ की साजिश रचने का आरोप लगाया है. केजरीवाल ने कहा, “मैंने सुना है कि वे 40 विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे खुशी है कि एक भी विधायक ने हार नहीं मानी.”