नई दिल्ली। विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. हालांकि इसको लेकर विपक्षी खेमे में फिलहाल मतभेद दिखाई दे रहे हैं क्योंकि झामुमो का झुकाव राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की ओर है। दूसरी तरफ जेडीएस नेता एच.डी. देवेगौड़ा ने एनडीए उम्मीदवार की प्रशंसा की और उन्हें ‘उपयुक्त’ और ‘गैर-विवादास्पद’ करार दिया है। इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए शनिवार को झामुमो की बैठक हो रही है।
खबर है कि यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालयों को फोन कर चुनाव के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने विपक्षी दलों के सभी नेताओं को एक पत्र भी लिखा।
सिन्हा ने ट्वीट कर कहा है कि , “राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए मुझे अपने आम उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए उनका धन्यवाद। मैं वास्तव में सम्मानित हूं। संविधान की रक्षा करना हमारा गंभीर वादा, प्रतिज्ञा और प्रतिबद्धता है।”
पत्र में सिन्हा ने लिखा, “भारत बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है, मैं आम लोगों के लिए आवाज उठाऊंगा।”
नामांकन दाखिल करने के बाद सिन्हा सांसदों और विधायकों से मिलने के लिए अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
सिन्हा ने बुधवार को कहा कि दूसरी विचारधारा के नेता संविधान का गला घोंटने और चुनावों में जनादेश का मजाक बनाने पर आमादा हैं।
उन्होंने कहा, “निर्वाचित होने पर मैं राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और अखंडता को हथियार बनाने की अनुमति नहीं दूंगा, जैसा कि अभी हो रहा है।”
उन्होंने कहा, “संविधान के संघीय ढांचे पर चल रहे हमलों, जिससे सरकार राज्य सरकारों को उनके वैध अधिकारों और शक्तियों को लूटने का प्रयास कर रही है, को पूरी तरह से अस्वीकार्य माना जाएगा।”
“मैं अपने कार्यालय के अधिकार का उपयोग खतरनाक शक्ति की जांच के लिए भी करूंगा। गलत तरीके से कमाया गया धन भारतीय लोकतंत्र की आत्मा की हत्या कर रहा है और चुनावों में जनादेश का मजाक बना रहा है।”
एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने मंगलवार को सिन्हा को अपना उम्मीदवार घोषित किया, उसी दिन भाजपा ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया।