नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना मिस्र (काहिरा के पश्चिम एयरबेस) में 24 जून से लेकर 24 जुलाई 2022 तक मिस्र के वायु सेना वेपन स्कूल में सामरिक नेतृत्व कार्यक्रम में भाग लेगी, जिसमें भारत के तीन सुखोई-30 एमकेआई विमान, दो सी-17 विमान और भारतीय वायु सेना के 57 कर्मचारी (सी-17 टुकड़ी सहित) हिस्सा लेंगे।
यह पहल विभिन्न संघर्ष परिदृश्यों को देखते हुए एक बड़े वायु सैन्य बल के माध्यम से युद्ध के माहौल में युद्धक विमानों के साथ अभ्यास का एक अनूठा कार्यक्रम है। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाना और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का आदान-प्रदान करना है।
वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में यह अभ्यास भारतीय वायुसेना की पहुंच तथा इसकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह एचएएल द्वारा भारत में निर्मित सुखोई-30 एमकेआई और लड़ाकू विमान के कलपुर्जों तथा यांत्रिक घटकों के गहन स्वदेशीकरण के लिए हमारे देश की विशेषज्ञता को दर्शाने का अवसर भी प्रदान करेगा।