अमरनाथ यात्रा- 2022 की व्यवस्थाओं की समीक्षा

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-केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू और कश्मीर के रामबन जिला प्रशासन के साथ की बैठक

नई दिल्ली :  केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज जिला प्रशासन रामबन के साथ अमरनाथ यात्रा की तैयारियों और व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

इस समीक्षा बैठक के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस पर जोर दिया कि यात्रियों के लिए मौसम पूर्वानुमान, राजमार्ग अपडेट, आने वाले यात्रियों की संख्या और यातायात अपडेट आदि से संबंधित रियल टाइम की जानकारी के लिए एक डैशबोर्ड तैयार किया जाना चाहिए।

इसके अलावा मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा इस साल सोशल मीडिया का उपयोग किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए विशेष रूप से अलग हैंडल बनाकर और महत्वपूर्ण हैंडल को टैग करके यात्रियों को विश्वसनीय संबंधित जानकारी के साथ अपडेट करने के लिए इनका उपयोग किया जाना चाहिए।

इस बैठक के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस साल की अमरनाथ यात्रा में आरएफआईडी जैसी नवीनतम तकनीक को अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे गुफा के रास्ते में यात्रियों का पता लगाकर निगरानी करके उनकी रियल टाइम निगरानी में सहायता मिलेगी।

इसके अलावा डॉ. जितेंद्र सिंह ने जिला रामबन में सुरंग ढहने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की रिपोर्ट की स्थिति की भी जानकारी प्राप्त की। इस बारे में मंत्री को जानकारी दी गई कि मृतक को 20 लाख रुपये की अनुग्रह धनराशि और 2 लाख रुपये अतिरिक्त धनराशि का भुगतान किया गया है।

इस बैठक में रामबन के उपायुक्त ने मंत्री को इसकी जानकारी दी कि यात्रियों के लिए नाशरी से लम्बर (बनिहाल) तक 33 लंगरों का निर्माण 30,000 की वहन क्षमता के साथ किया गया है। इसके अलावा डॉ. सिंह को यह भी बताया गया कि यात्रा शुरू होने से पहले एक यात्री निवास पूरा हो जाएगा, जिसमें 8000 की कुल क्षमता वाले 13 आश्रय गृह होंगे। इसमें यात्रियों के लिए 3000 बिस्तर और 961 शौचालय/स्नान की सुविधा होगी।

वहीं, रामबन की एसएसपी मोहिता शर्मा ने मंत्री को बताया कि इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए सीसीटीवी लगाने, महत्वपूर्ण स्थानों पर सीआरपीएफ, आईटीबीपी की तैनाती, पीसीआर नियंत्रण कक्ष के साथ सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं भी की गई हैं।

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