डीडी इंडिया ने 21 जून को ‘योग के लिए गार्जियन रिंग’ कार्यक्रम का करेगा प्रसारण

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में घोषणा के अनुरुप इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 के लिए एक अनूठे और अभिनव कार्यक्रम, ‘द गार्जियन रिंग’ की परिकल्पना की गई है। गार्जियन रिंग कार्यक्रम सूर्य की गति का उल्लास मनाता है तथा, ‘एक सूर्य,एक पृथ्वी’ की अवधारणा को रेखांकित करता है। पूर्व से पश्चिम तक, सभी देशों के लोग सूर्य नमस्कार या सूर्य-नमस्कार की भारतीय परंपरा का उल्लास मनाते हुए योग के साथ सूर्य का स्वागत करेंगे। भारत के सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती के अंतरराष्ट्रीय चैनल डीडी इंडिया पर विशेष रूप से इस तरह के अनूठे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जा रहा है।

इस वर्ष के विषय ‘मानवता के लिए योग अर्थात योग फॉर ह्यूमैनिटी’ के अनुरूप इस कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लोगों को एक साथ योग का उल्लास मनाते हुए दिखाया जाएगा। आगामी 21 जून को 80 से अधिक भारतीय मिशन और दूतावास बड़े पैमाने पर अपने कार्यक्षेत्र देशों में प्रतिष्ठित स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। कई राष्ट्राध्यक्ष, गणमान्य व्यक्ति और जानी-मानी हस्तियां भी इसमें भाग लेंगे।

जबकि विदेशों में भारतीय मिशन हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग गतिविधियों का आयोजन करते हैं तब यह पहली बार है कि इसे ‘गार्जियन रिंग’ के रूप में अवधारणाबद्ध किया गया है-पूर्व से शुरू होने वाले विभिन्न देशों से होने वाला सीधा प्रसारण उगते सूर्य की भूमि जापान से भारतीय समयानुसार प्रातः 3 बजे से क्रमशः पश्चिम की ओर बढेगा।

यह डीडी इंडिया द्वारा किए गए व्यापक तकनीकी, कार्यक्रम निर्माण और इंजीनियरिंग व्यवस्था के माध्यम से ही संभव हो पाया है कि भारतीय मानक समयानुसार प्रातः 3 बजे से रात 10 बजे तक मैराथन प्रसारण से दुनिया भर से 80 देशों के योग कार्यक्रमों का निर्बाध सीधा प्रसारण की गई है। ऑस्ट्रेलिया से न्यूयॉर्क तक, अफ्रीका से दक्षिण अमेरिका तक, विभिन्न महाद्वीपों और समय क्षेत्रों में फैले हुए दुनिया भर के प्रतिष्ठित स्थानों से डीडी इंडिया हर जगह दर्शकों के लिए विशेष दृश्य लेकर आएगा।

इस विशाल कार्यक्रम में अलग-अलग मिशनों और दूतावासों के साथ समन्वयन के अलावा आयुष मंत्रालय और विदेश मंत्रालय का सहयोग शामिल है। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम भारत के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के संदेश को आगे ले जाएगा और भारत की योग परंपरा की एकीकरण शक्ति का प्रदर्शन करेगा ।

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