नई दिल्ली। बिहार राज्य में नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार ने बिहार सरकार और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सहयोग से एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में हवाईअड्डों के बुनियादी ढांचे, हेली सेवाओं, कृषि-व्यवसाय और पर्यटन स्थलों में राज्य के अवसरों को मजबूत करने, क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने, निवेश आकर्षित करने और व्यवसाय की पहचान करने के लिए भारतीय विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाया गया।
सम्मेलन का संचालन नागर विमानन मंत्रालय बिहार में नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, बिहार सरकार और फिक्की एक साथ आए, फिक्की की निदेशक, पालका साहनी, बिहार सरकार के रेजिडेंट कमिश्नर और नागरिक उड्डयन मंत्री के निजी सचिव अजय यादव भी उपस्थित थे।
नागरिक उड्डयन एक प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्र है जो अर्थव्यवस्था को कई तरह से समर्थन करने के साथ व्यापार के विकास, निवेश को निर्वाध आकर्षित करने का काम करता है। साथ ही यह व्यापार और पर्यटन के बढ़ावा देने का भी काम करता है। मूल्य के आधार पर विश्व व्यापार का एक तिहाई से अधिक हिस्सा हवाई मार्ग से किया जाता है और लगभग आधे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को हवाई संपर्क द्वारा सुगम बनाया जाता है।
बिहार भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक है और इसमें विकास की अपार संभावनाएं हैं। हाल के वर्षों में राज्यों के नागरिक उड्डयन क्षेत्र ने हवाई यात्रियों, हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे आदि के मामले में तेजी से वृद्धि देखी है और राज्य को देश के अन्य राज्यों से जोड़ने की कुंजी है, जबकि बाकी दुनिया के साथ राज्य के पर्यटन, व्यापार और वाणिज्य को भी आगे ले जा रहा है। साल 2020 में दरभंगा हवाई अड्डे से हवाई सेवाओं के नियमित वाणिज्यिक संचालन से राज्य को काफी लाभ हुआ है। दरभंगा हवाई अड्डे की दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बैंगलोर के साथ सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है, जबकि पटना अब उड़ान-2.0 योजना के तहत अमृतसर, वाराणसी और प्रयागराज से जुड़ा है।