नई दिल्ली : भारतीय दिवाला तथा दिवालियापन बोर्ड (आईबीबीआई) किसी व्यवसाय के तीन चरणों में सुधारों की यात्रा का पता लगाने के लिए देश भर के 75 स्थानों में जारी समारोहों के गौरवशाली समापन को चिन्हित करने के लिए नई दिल्ली के हैबिटैट सेंटर में 10 जून, 2022 को एकदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
बाजारों को व्यापक रूप से व्यवसाय के तीन चरणों- व्यवसाय आरंभ करने के लिए (मुक्त प्रवेश), व्यवसाय को जारी रखने के लिए (मुक्त प्रतिस्पर्धा) तथा व्यवसाय को बंद करने (मुक्त निकास) में स्वतंत्रता की आवश्यकता होती है। दिवाला तथा दिवालियापन संहिता, 2016 दिवालापन के समाधान के लिए एक बाजार निर्देशित, जहां कहीं भी संभव हो, या निकास (एक्जिट), जहां कहीं भी आवश्यक हो, के लिए समयबद्ध तंत्र प्रदान करता है और व्यवसाय करने की सुगमता उपलब्ध कराते हुए इसके जरिये अंतिम स्वतंत्रता, निकास की स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है।
राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक भूषण इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। कंपनी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री राजेश वर्मा, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार गुप्ता तथा भारतीय कंपनी कार्य संस्थान के डीजी एवं सीईओ श्री प्रवीण कुमार कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि होंगे। सम्मेलन के बाद आधे दिन का इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल कॉन्कलेव आयोजित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण के माननीय सदस्य (न्यायिक) श्री धर्मेंद्र सिंह, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण के माननीय सदस्य (तकनीकी) श्री अविनाश कुमार श्रीवास्तव, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के पूर्णकालिक सदस्य श्री अनंत बरुआ, इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल श्री सतीश कुमार गुप्ता, नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ श्री देबाज्योति राय चौधरी, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के एम एंड ए के प्रमुख श्री कपिल मंत्री, आईएनएसओएल इंडिया के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अमरजीत सिंह चंडीओक, शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री शार्दुल श्रौफ और आईसीएसआई आईआईपी के सीओओ सीएस अलका कपूर भी कार्यक्रम के दौरान सहभागियों को संबोधित करेंगे।
हाल ही में आईबीबीआई और आईआईएम अहमदाबाद द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय शोध सम्मेलन से उभर कर आए 26 शोध पत्रों से युक्त ‘‘अनुसंधान : एक्सप्लोरिंग न्यू पर्सपेक्टिव्स ऑन इनसॉल्वेंसी” शीर्षक वाले एक प्रकाशन का भी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान विमोचन किया जाना निर्धारित है।
देश भर से आईबीसी इकोसिस्टम के बड़ी संख्या में हितधारकों जिनमें इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल, पंजीकृत मूल्यांकनकर्ताओं, अर्थशास्त्रियों, वित्तीय लेनदारों, सेवा प्रदात्ताओं, शोधकर्ताओं, छात्रों, प्रोफेशनलों, विनियामक, शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ तथा सरकारी अधिकारी शामिल हैं, के वास्तविक रूप से तथा ऑनलाइन मोड में सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष मनाने तथा और इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के लिए समारोह आयोजित करने की भारत सरकार की एक पहल है। एकेएएम समारोहों के आरंभ, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को की थी, के बाद से आईबीबीआई ने महोत्सव के एक हिस्से के रूप में कई कार्यकलापों तथा कार्यक्रमों का आयोजन किया है।