नई दिल्ली : प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) के सहयोग सेस्किल इंडिया, 21 अप्रैल को देश भर में 700 से अधिक जगहों पर एक दिवसीय ‘प्रशिक्षुता मेला’ का आयोजन कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य एक लाख से अधिक प्रशिक्षुओं को काम पर रखने में सहायता करना और नियोक्ताओं को सही प्रतिभा का दोहन करने में सहायता करना और प्रशिक्षण और व्यावहारिक कौशल प्रदान करके इसे और विकसित करना है।
इस आयोजन में देश भर के 4000 से अधिक संगठनों की भागीदारी होगी, जो 30 से अधिक क्षेत्रों जैसे बिजली, खुदरा, दूरसंचार, आईटी/आईटीईएस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटर वाहन और अधिक में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, इच्छुक युवाओं को वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, हाउसकीपर, ब्यूटीशियन, मैकेनिक आदि सहित 500 से अधिक ट्रेडों से जुड़ने और चयनित होने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कौशल विकास और उद्यमिता की राष्ट्रीय नीति, 2015 की शुरूआत 15 जुलाई, 2015 को की थी। यह नीति प्रशिक्षुता को पर्याप्त मुआवजे के साथ कुशल कार्यबल को लाभकारी रोजगार प्रदान करने के साधन के रूप में मान्यता देती है।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने भी देश में उद्यमों द्वारा काम पर रखे गए प्रशिक्षुओं की संख्या बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए हैं। इसका उद्देश्य कुशल कार्यबल की आपूर्ति और मांग में अंतर को पूरा करना है और नौकरी के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त करने और रोजगार के बेहतर अवसर सुनिश्चित करने के भारतीय युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है। इस प्रशिक्षुता मेले में कम से कम पांचवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र, कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र धारक, आईटीआई छात्र, डिप्लोमा धारक और स्नातक आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
उम्मीदवारों को अपनी योग्यता के संक्षिप्त विवरण (रिज़ुम) की तीन प्रतियां, सभी अंकतालिकाओं(मार्कशीट) और प्रमाण पत्रों की तीन-तीन प्रतियां (5वीं से 12वीं पास, कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, पूर्वस्नातक और स्नातक (बीए, बीकॉम, बीएससी, आदि), एक फोटो पहचान-पत्र (आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस) और पासपोर्ट आकार के तीन फोटो के साथ संबंधित स्थानों पर पहुंचना चाहिए।
प्रशिक्षुता मेले में भाग लेने से संभावित आवेदकों को कई लाभ प्राप्त होंगे। उनके पास मौके पर ही प्रशिक्षुता की पेशकश हासिल करने और उद्योग में काम करने के प्रत्यक्ष अवसर हैं। इसके बाद, उन्हें नए कौशल विकसित करने के लिए सरकारी मानकों के अनुसार मासिक वजीफा मिलेगा। मतलब, प्रशिक्षुता मेले के जरिए सीखने के दौरान कमाने का अवसर मिलेगा।
उम्मीदवारों को राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) से मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र मिलेगा, जिससे इस प्रशिक्षण के बाद उनके रोजगार की संभावना बढ़ जाएगी। दूसरी ओर, प्रशिक्षुता मेलों में भाग लेने वाले प्रतिष्ठानों को एक मंच पर संभावित प्रशिक्षुओं से मिलने और मौके पर ही उम्मीदवारों का चयन करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा,कम से कम चार कामकाजी सदस्यों वाले छोटे पैमाने के उद्योग भी इस कार्यक्रम में भाग लेने के जरिए प्रशिक्षुओं को रख सकते हैं।