starex university
– स्टारेक्स विश्वविद्यालय में डॉ आंबेडकर जयंती पर ख़ास कार्यक्रम का आयोजन
गुरुग्राम, 14 अप्रैल (starex university): “समाज में व्याप्त सभी बुराइयों के समाधान के साथ 2047 की ओर स्वर्णिम भारत के लिए हमें भारत में मानव संसाधन विकास (एचआरडी) के जनक अंबेडकर जी के प्रमुख योगदान पर फिर से विचार करना होगा”, कुलपति स्टारेक्स विश्वविद्यालय, प्रोफेसर एम.एम. गोयल जिनको नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट के संस्थापक के रूप में जाना जाता है वह आज विश्वविद्यालय के अमर कृष्ण हॉल में छात्रों और व्याख्याताओं को संबोधित करते हुए भारत रत्न डॉ बीआर अंबेडकर की 131वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे।
उन्होंने यह भी कहा कि मानसिकता को बदलने और भारत में लोगों की चेतना के उत्थान के लिए, हमें अम्बेडकर को याद करने और 14 अप्रैल को उनकी जयंती सत्यकाम दिवस (सत्य की तलाश का दिन) के रूप में एक वार्षिक अनुष्ठान के रूप मनाने की जरुरत है ।
डॉ गोयल ने समझाया कि डॉ अम्बेडकर के सार्वजनिक व्यय के सिद्धांतों को लोगों की इच्छा के प्रति वफादारी (नीडो-वफादारी) के संदर्भ में, हर एक निर्णय को देखने के लिए, क्षेत्र में पेशेवरों द्वारा प्रदान की गई बुद्धि (नीडो-विजडम), नीतियों के निष्पादन में सुविचारित और ईमानदार निर्णय (नीडो-निवेश) के साथ मिलकर एक टच स्टोन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) अमरेश कुमार ने उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर बाबा साहब के योगदान और चरित्र पर अपने विचार व्यक्त किए और अम्बेडकर की तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू की उपस्थिति में संसद में मृत्यु के तथ्यों की व्याख्या की।
स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज की डीन डॉ. शीलू भाटिया ने अंबेडकर के योगदान और विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण के बारे में बात की। डीन एकेडमिक्स डॉ. दिव्या त्यागी ने डॉ. अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला।
डॉ. सुनील कुमार ने समारोह का मंच संचालन किया।
starex university starex university starex university starex university starex university