रियल एस्टेट के लिए गठित केंद्रीय सलाहकार समिति की बैठक : केन्द्रीय मंत्री ने दिया पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने बल

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हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में रेरा के तहत गठित केंद्रीय सलाहकार समिति की बैठक हुई

केंद्रीय मंत्री ने घर खरीदारों के हितों की रक्षा करने और रियल एस्टेट क्षेत्र में लगातार पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई

नई दिल्ली :  आवासन और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में आज रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम, 2016 (रेरा) के तहत गठित केंद्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) की तीसरी बैठक हुई। समिति के विचार-विमर्श को मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम किया गया।

सीएसी ने राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) द्वारा रेरा के कार्यान्वयन की स्थिति से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा बनाए गए नियमों में संशोधन, इसके प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए रेरा को मजबूत करने परियोजनाओं की संरचनात्मक सुरक्षा और पुरानी रुकी हुई आवासीय परियोजनाओं के पूरा करने के लिए समिति का गठन किया। समिति द्वारा विस्तृत चर्चा के बाद निम्नलिखित निर्णय लिए गए:

  • समिति की बैठक वर्ष में कम से कम एक बार आयोजित की जाएगी।
  • आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में 6 महीने में एक बार संबंधित हितधारकों की उप-समूह की बैठक होगी।
  • देश भर में नियामक प्राधिकरणों और अपीलीय न्यायाधिकरणों की स्थापना करके रेरा कानून के अनुरूप कदम उठाने के लिए पहल की जाएगी।
  • विनियामक प्राधिकारियों/न्यायनिर्णायक अधिकारी द्वारा पारित आदेश जैसे धनवापसी, पेनल्टी, क्षतिपूर्ति आदि के संबंध में आदेशों को लागू न करने के कारणों की विस्तृत जांच की जाएगी।
  • परियोजनाओं की स्ट्रक्चरल सुरक्षा के मुद्दे के संबंध में यह निर्णय लिया गया कि विकास प्राधिकरण पूर्णता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते समय साइट इंजीनियर और बिल्डर से संरचनात्मक सुरक्षा प्रमाण पत्र मांग सकते हैं। आने वाली परियोजनाओं के संबंध में मामले को राज्य सरकारों के साथ उठाने का निर्णय लिया गया है।
  • पुरानी रुकी हुई परियोजनाओं के विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए एक समिति का गठन किया जा सकता है। यह समिति यह सुझाव देगी की भविष्य में क्या कदम उठाए जाएं जिससे घर खरीदारों को उनका बुक किये गये घर की चाबी मिलना सुनिश्चित हो सके।
  • देशभर के रियल एस्टेट एजेंटों के पंजीकरण को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई थी। इस संबंध में और इसके तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए राज्यों के साथ चर्चा की जाएगी।
  • रियल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए सभी हितधारकों के साथ एमओएचयूए द्वारा एक दिवसीय रेरा सम्मेलन आयोजित की जाएगी।

आवासन और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रेरा के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से घर खरीदारों के हितों की रक्षा करने और रियल एस्टेट क्षेत्र में लगातार पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के संकल्प और प्रतिबद्धता को दोहराया।

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