hydrogen fuel
भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा: कुछ भारतीय और विदेशी ऑटोमोबाइल निर्माता हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहन विकसित करने के लिए पहल कर रहे हैं
नई दिल्ली :(hydrogen fuel) भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा अधिसूचित ऑटोमोबाइल और ऑटो पुरज़ों के लिए उत्पादन से सम्बद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, हाइड्रोजन ईंधन सेल वाहनों और उनके पुर्जों पर 13 प्रतिशत से 18 प्रतिशत की सीमा में ‘बिक्री मूल्य से जुड़े’ प्रोत्साहन प्रदान करती है।
भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता समिति (एसआईएएम) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत में कुछ निर्माताओं ने हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहनों के प्रोटोटाइप विकसित करने की पहल की है और भारत में कुछ वैश्विक निर्माताओं ने भी फ्यूल सेल वाहनों का प्रदर्शन किया है। यह जानकारी भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
एसआईएएम से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुछ कंपनियों ने पहले ही हाइड्रोजन वाहनों के विकास के लिए परियोजनाएं शुरू कर दी हैं। दो हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशन भी स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें से इंडियन ऑयल अनुसंधान एवं विकास केंद्र, फरीदाबाद और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, गुरुग्राम में एक-एक शामिल है।
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