लेह की गीतांजलि जे.अंगमो को वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स

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हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स से लेह की गीतांजलि जे. अंगमो को नीति आयोग द्वारा वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड्स के पांचवें संस्करण में सम्मानित किया गया

भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में 75 महिलाओं को सम्मानित किया गया

 

नई दिल्ली :  हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स से लेह की गीतांजलि जे. अंगमो नीति आयोग द्वारा वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया के रूप में सम्मानित 75 महिलाओं में शामिल हैं।

 

राष्ट्र को ‘सशक्त और समर्थ भारत’ बनाने में महिलाएं लगातार अहम भूमिका निभाती रही हैं। विभिन्न क्षेत्रों में इन महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों को मान्यता देते हुए नीति आयोग ने वुमन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (डब्ल्यूटीआई) अवार्ड्स की स्थापना की है।

 

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में इस वर्ष 75 महिलाओं को डब्ल्यूटीआई पुरस्कार प्रदान किए गए। अन्य पुरस्कार विजेताओं के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।

 

हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (एचआईएएल) दुनिया का ऐसा पहला कर्ता विश्वविद्यालय है, जो प्रासंगिक पाठ्यक्रम के माध्यम से अकादमिक, अनुसंधान और उद्यमिता को जोड़ता है। शिक्षा-शास्त्र वास्तविक जीवन के अनुभव के माध्यम से अनुभवात्मक रूप से संचालित होता है, और इसका दृष्टिकोण ट्रांस-डिसिप्लिनरी, समस्या का समाधान ढूंढनेवाला, आधुनिक तकनीक के साथ स्वदेशी ज्ञान का संयोजन करने वाला है। एचआईएएल की सह-संस्थापक, सीईओ और डीन के रूप में गीतांजलि अकादमिक विकास की अगुवाई करती है। इसमें नए स्कूलों और उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना, पाठ्यक्रम डिजाइन और विकास शामिल हैं। वह सफल शोध पायलटों को परामर्श कार्य और सतत एवं जिम्मेदार स्थानीय उद्यमों में बदलने के साथ-साथ इसके लिए फंड जुटाने की सुविधा भी मुहैया कराती है।

 

हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स एक प्रासंगिक शैक्षिक अनुभव के साथ युवाओं और समुदायों को सशक्त बना रहा है।

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