-गुजरात व मध्यप्रदेश की सरकार में लागू हो चुका है यह नियम
चंडीगढ़। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी प्रधान अशोक बुवानीवाला ने मांग की है कि गुजरात और मध्यप्रदेश की तर्ज पर हरियाणा में भी निजी वाहनों से टोल टैक्स की वसूली बंद की जाए। केवल व्यवसायिक वाहनों से ही टोल टैक्स लिया जाए। इससे टोल प्लाजाओं पर लगने वाली वाहनों की लंबी लाइनें भी खत्म होंगी और वहां पर वाहनों के धुएं से होने वाला प्रदूषण भी कम होगा।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि गुजरात और मध्यप्रदेश की सरकारों ने निजी वाहनों से टोल टैक्स लेना बंद करके लोगों को बड़ी राहत दी है। हर चीज पर लोग टैक्स देते हैं। यहां तक कि वाहन खरीदते समय सरकार पहले ही लोगों से रोड टैक्स ले लेती है। इसके बाद टोल टैक्स लेने का कोई औचित्य नहीं बनता। पेट्रोल-डीजल में लगातार दाम बढ़ते हैं और लोगों का खर्चा बढ़ता है। गुजरात व मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी टोल टैक्स नीति में सुधार किया है। इस फैसले का जन उद्योग व्यापार संगठन स्वागत करता है। इन दोनों राज्यों की तरह हरियाणा में भी भाजपा की सरकार है। ऐसे में वहां का अनुसरण करते हुए हरियाणा सरकार भी निजी वाहनों से टोल टैक्स लेना बंद करे।
श्री बुवानीवाला ने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नियमों को भी टोल प्लाजाओं पर सख्ती से लागू करवाया जाना चाहिए। नियम है कि यदि टोल प्लाजा पर 100 मीटर से अधिक लंबी लाइन लगती है तो टोल को फ्री किया जाएगा। वाहनों से बिना टोल टैक्स लिए ही निकालना होगा। यह उतनी देर तक करना होगा, जब तक वाहनों की लाइन 100 मीटर की परिधि के बीच में नहीं आ जाती। एनएचएआई की ओर से टोल प्लाजा को लेकर यह नियम पहले से जारी किए जा चुके हैं। टोल प्लाजाओं पर फास्ट टैग सिस्टम पूरी तरह से लागू है। इसके बाद भी पीक आवर्स में वहां लंबीं लाइनें लगती हैं। गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर अक्सर ऐसी स्थिति देखी जा सकती है। इसी तरह जीटी रोड पर भी टोल प्लाजा पर शाम के समय लंबी लाइनें लगती हैं। अथॉरिटी के नियमों में साफ है कि पीक के समय एक गाड़ी को टोल प्लाजा पर 10 सेकेंड से अधिक का समय नहीं लगना चाहिए। इस पर भी सरकार सख्ती दिखाए।