लखीमपुर खीरी हिंसा की एसआईटी जांच रिपोर्ट का खुलासा होते ही राहुल गाँधी पीएम पर हमलावर

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नई दिल्ली :  उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई किसानों को कथित तौर पर कुचलने की घटना को लेकर एसआईटी की जांच में जो खुलासा हुआ है उसके बाद से विपक्ष एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर हो गया है. एसआईटी ने अपनी जांच में कहा है कि यह  पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. यह खुलासा होने के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है.

राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी कांड की एसआईटी जांच से जुड़ी एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है . उन्होंने ट्विट में कहा है कि , “मोदी जी, फिर से माफ़ी मांगने का टाइम आ गया…लेकिन पहले अभियुक्त के पिता को मंत्री पद से हटाओ.” एसआईटी की जांच को लेकर राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सच सामने है.

मिडिया रिपोर्ट्स में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि एसआईटी ने अपनी जांच में पाया है कि कथित तौर पर किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का मामला चलेगा .

उल्लेखनीय है कि यूपी में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को चार किसानों को एक एसयूवी कार से कथित तौर पर कुचल दिया गया था.  जब वह एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे.

दूसरी तरफ एक कार्यक्रम में प्रादेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे. घटना के बाद हुई हिंसा में भी कई लोगों की मौत हो गई थी जिसमें भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल थे.

इस घटना में एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की भी मौत हो गई थी . किसान संगठनों का आरोप था कि एसयूवी अजय मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा मौजूद था. इस मामले की पहली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में आठ अक्टूबर को हुई थी. हिंसा के कई दिनों  बाद आशीष मिश्रा उर्फ मोनू से  9 अक्टूबर को कई घंटे पूछताछ की गई थी और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था.

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