जिनेवा में डब्ल्यूटीओ में भारत के स्थायी मिशन ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून एवं नीति में क्षमता निर्माण तथा अनुसंधान के लिए नई दिल्ली स्थित व्यापार एवं निवेश कानून केंद्र (सीटीआईएल) तथा जिनेवा स्थित सेंटर फॉर ट्रेड एंड इकोनोमिक इंटीग्रेशन ऑफ द ग्रेजुएट इंस्टीच्यूट (सीटीईआई) के साथ त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
समझौता ज्ञापन में सीटीआईएल के पेशेवर कर्मचारियों तथा भारत सरकार के अधिकारियों को मूल्यवान शैक्षणिक तथा अनुसंधान अवसर प्रदान करने की बात की गई है
यह एमओयू विदेश व्यापार नीति तैयार करने में भारत की क्षमता को बढ़ाएगा
नई दिल्ली : जिनेवा में डब्ल्यूटीओ में भारत के स्थायी मिशन ने 26 नवंबर, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून एवं नीति में क्षमता निर्माण तथा अनुसंधान की दिशा में सहयोग आरंभ करने के लिए नई दिल्ली स्थित व्यापार एवं निवेश कानून केंद्र (सीटीआईएल), भारतीय विदेश व्यापार संस्थान तथा जिनेवा स्थित सेंटर फॉर ट्रेड एंड इकोनोमिक इंटीग्रेशन ऑफ द ग्रेजुएट इंस्टीच्यूट (सीटीईआई) के साथ जिनेवा में त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू पर भारत के राजदूत तथा स्थायी प्रतिनिधि श्री ब्रजेंद्र नवनीत, व्यापार एवं निवेश कानून केंद्र के प्रमुख प्रो. जेम्स जे नेदुमपारा तथा द ग्रेजुएट इंस्टीच्यूट में इंटरनेशनल लॉ के प्रोफेसर प्रो. जूस्ट पॉवेलिन ने हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन में सीटीआईएल के पेशेवर कर्मचारियों तथा भारत सरकार के अधिकारियों को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निवेश कानून के क्षेत्र में मूल्यवान शैक्षणिक तथा अनुसंधान अवसर प्रदान करने की बात की गई है। त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन सीटीआईएल तथा सीटीईआई के बीच सहयोग माध्यमों की स्थापना करता है जबकि पीएमआई एमओयू के तहत कार्यकलापों के लिए एक प्रमुख सुविधादाता की भूमिका निभाएगा।
अगले तीन वर्षों तक, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के समसामयिक मुद्वों पर सरकारी अधिकारियों तथा सीटीआईएल के अनुसंधान कर्मचारियों और शिक्षाविदों की समझ बढ़ाने तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निवेश कानून पर भारत की स्थिति के लिए समर्थन निर्माण के लिए एमओयू के तहत विभिन्न क्षमता निर्माण कार्यक्रमों तथा कार्यकलापों का आयोजन किया जाएगा। सीटीआईएल एवं सीटीईआई अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं निवेश कानून के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, सम्मेलनों तथा कार्यशालाओं का आयोजन करेंगे। इस एमओयू का उद्देश्य विदेश व्यापार नीति की रूपरेखा के निर्माण में भारत की क्षमता को बढ़ाना और पहला, अध्ययन, शोध या शिक्षण उद्देश्यों के लिए संकायों तथा कर्मचारियों के आदान प्रदान, दूसरा सीटीआईएल में सीटीईआई छात्रों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम और तीसरा व्यापार एवं निवेशक कानून पर क्लिनिकल कानूनी शिक्षा परियोजना, सीटीआईएल/सीटीईआई ट्रेड लैब को भारत केंद्रित परियोजनाएं प्रस्तुत करने, के जरिये वैश्विक व्यापार व्यवस्था में स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में योगदान देना है।
कुल मिलाकर, यह एमओयू भारत सरकार के अधिकारियों, सीटीआईएल के पेशेवर कर्मचारियों और इस विषय में केंद्रित भारतीय छात्रों को व्यापार एवं निवेश कानून के क्षेत्र में मूल्यवान वैश्विक शैक्षणिक और शोध अवसरों को उपलब्ध कराने में एक महत्वपूर्ण पहल है।