गुडग़ांव, 4 दिसम्बर : प्रदेश सरकार की नीतियों के कारण जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज ने हैफेड के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र भेजकर हैफेड के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है।
कुलभूषण भारद्वाज का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें हैफेड के निदेशक पद पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने कार्यकाल में संस्थागत नीतियों व सिद्धांतों के अनुसार कार्य करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण उनका सरकार से विश्वास उठ गया है।
कुलभूषण भारद्वाज ने अपने पत्र में बेहद सख्त शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भाजपा के सिद्धांतों और नीतियों संबंधी कार्यों पर सिर्फ जुबानी जमा खर्च करते हैं. वास्तव में यह निकृष्ट शासक सिद्ध हुए हैं .वह ना तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा पाए और ना ही अफसरों की मनमानी को रोककर प्रदेश की जनता को कोई सराहनीय लाभ पहुंचा पाए हैं. श्री भारद्वाज ने कहा है कि यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न नहीं रोक पाए उल्टा दूसरे दलों से जनाधार विहीन महत्वकांक्षी व आस्थावान नेताओं को मूल रूप से भाजपाई कार्यकर्ताओं से ज्यादा तवज्जो देकर उन्हें प्रदेश में सर्वे सर्वा बना दिया गया है.
उन्होंने कहा है कि प्रदेश की जनता की परेशानियां और समस्याएं पहले की तुलना में और ज्यादा बढ़ गई हैं . लोग भ्रष्टाचार और अधिकारियों की बेवजह की बैठकों में उलझे रहने के रवैये से बुरी तरह से त्रस्त हो चुके हैं।
जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर करारा प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की कार्यशैली के कारण पार्टी और संगठन का ग्राफ लगातार नीचे गिरता जा रहा है. ऐसे में इस पद पर बने रहना उनके लिए गवारा नहीं है।
श्री भारद्वाज ने कहा है कि मुख्यमंत्री के गरिमामय पद पर जब तक भ्रष्टाचारियों के संरक्षक व आत्ममुग्ध रहने वाले व्यक्ति विराजित रहेंगे तब तक वह सेवा भाव से काम नहीं कर पाएंगे. इसलिए वह उक्त पद से इस्तीफा दे रहे हैं ।
श्री भारद्वाज की ओर से एडीशनल चीफ सेक्रेट्री हेफेड हरियाणा को भेजे गए पत्र की प्रति मीडिया में भी जारी कर दी गई है .इस खबर के मीडिया में आते ही गुरुग्राम में एक बार फिर यह चर्चा जोरों पर है कि भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेता व कार्यकर्ता वर्तमान पार्टी नेतृत्व से असंतुष्ट चल रहे हैं. अब भाजपा के पुराने कार्यकर्ता और नेता ही सरकार में बैठे लोगों पर एवं पार्टी को चला रहे नेताओं की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने लगे हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी कुलभूषण भारद्वाज ने प्रदेश में खासकर गुरुग्राम में भ्रष्टाचार के कई मामले का खुलासा करते हुए प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. उनके सरकार एवं पार्टी विरोधी बयानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी हरियाणा प्रदेश इकाई में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। उनके बयानों को पार्टी विरोधी मानते हुए उन्हें बिना किसी नोटिस के पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
श्री भारद्वाज द्वारा आज सोशल मीडिया पर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हरियाणा को संबोधित करते हुए पत्र जारी होने से मामला और तूल पकड़ने के प्रबल आसार हैं। हालांकि इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के न तो जिला स्तरीय नेता और न ही प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी बोलने को तैयार है लेकिन इस मामले पर तकरार बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि कुलभूषण भारद्वाज ने सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.