मुंबई : क्रूज ड्रग्स केस में महत्वपूर्ण गवाह और आर्यन खान के साथ सेल्फी लेकर वायरल होने वाले किरण गोसावी को अंततः पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया । उसे विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई युवकों को ठगने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। गोसावी के पहले यूपी फिर पुणे में सरेंडर करने की चर्चा थी, लेकिन गुरुवार सुबह पुलिस ने उसे दबोच लिया.
पहले उसे फारासखाना पुलिस स्टेशन में रखा गया और पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता खुद उससे पूछताछ करने पहुंचे । उसके खिलाफ धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी पुणे में 2018 में दर्ज एक मामले में हुई है जिसमें चिन्मय देशमुख नाम के एक युवक ने किरण के खिलाफ मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर 3 लाख रुपए ठगने का आरोप लगाया था।
पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि 2018 के एक केस में आरोपी को सुबह 3 बजे एक लाज से गिरफ्तार किया गया। पिछले 10 दिन से पुलिस महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में छापेमारी कर रही थी. पुलिस ने मुंबई, लोनावला, नवी मुंबई और कुछ अन्य शहरों में भी सर्च किया.उनके अनुसार वह नकली दस्तावेज के सहारे सचिन पाटिल बनकर पुणे के एक लॉज में छिपा था। मजे कि बात यह है कि गोसावी ‘स्टॉप क्राइम’ नाम से एक NGO भी चलाता है और स्वयं को एक्सपोर्ट का व्यापारी बताता है ।
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स मामले में मुख्य गवाह गोसावी है। उसकी आर्यन के साथ एक सेल्फी वायरल हुई और रातोंरात वह चर्चा में अ गया. उसके बाद महाराष्ट्र सरकार के केबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े से उसका करीबी सम्बन्ध होने का आरोप लगाया है ।
गोसावी पर उसके बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर साइल ने भी आरोप लगाया है कि गोसावी ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की कथित मांग की थी। इसमें से 8 करोड़ का हिस्सा एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को भी कथित तौर पर देना तय हुआ था । वानखेड़े ने इस आरोप को खारिज किया है लेकिन एनसीबी ने इन आरोपों कि जांच के लिए विजिलेंस प्रमुख को मुंबई भेजा है.