सुभाष चौधरी
नई दिल्ली / सीतापुर : अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पुलिस हिरासत से ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक वीडियो संदेश जारी कर उनसे लखीमपुर खीरी आने का निवेदन किया है। कांग्रेस नेता ने अपने वीडियो संदेश में सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहे शनिवार को हुई लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना का वीडियो भी दिखाया है। उन्होंने इस घटना के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं उसके बेटे की भूमिका और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं किए जाने पर बड़ा सवाल खड़ा किया है।
आज सीतापुर के गेस्ट हाउस में पुलिस हिरासत में रखी गई कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के नाम जारी वीडियो संदेश में कहा है कि ” प्रधानमंत्री मोदी जी मैंने सुना है कि आप आज आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए लखनऊ आए हैं । मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या आपने यह वीडियो देखा है जो वीडियो आपकी सरकार के मंत्री के बेटे को किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलते हुए दिखाता है.
प्रियंका गांधी ने यह कहा है कि ” इस वीडियो को देखिए और इस देश को बताइए कि इस मंत्री को अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया है और किसानों को कुचलने वाले इस लड़के को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है ? ”
प्रियंका गांधी ने यह कहते हुए सवाल खड़ा किया है कि ” मेरे जैसी विपक्ष के नेताओं को तो आपने हिरासत में बगैर किसी कोर्ट के आदेश या वारंट के और बिना किसी ऍफ़ आई आर f.i.r. के रखा है . मैं जानना चाहती हूं कि आखिर यह आदमी क्यों आजाद है ? ”
प्रियंका गांधी ने कहा है कि ” आज जब आजादी के अमृत महोत्सव की महफिल में मंच पर बैठे रहेंगे तो आप याद करिए कि आजादी हमें किसानों ने दिलाई है, आज भी इस देश की सुरक्षा में सीमाओं पर किसानों की बेटे ही बैठे हुए हैं. किसान महीनों से त्रस्त है. किसान अपनी आवाज उठा रहा है और आप उसे नकार रहे. ”
कांग्रेस नेता ने कहा है कि ” मैं आपसे यह आग्रह करती हूं कि आप लखीमपुर आइए, जिन्होंने आजादी दिलवाई जो अन्नदाता है इस देश के, जो आत्मा है इस देश का, उसकी पीड़ा समझिए, उनकी समस्या को सुनिए और उनकी सुरक्षा करना आपका धर्म है. जिस संविधान पर आप ने शपथ लिया था उसका धर्म है और उसके प्रति आपका कर्तव्य हैं . ”
इस वीडियो के माध्यम से प्रियंका गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उसके बेटे के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए यह दर्शाने की कोशिश की है की सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा लखीमपुर खीरी में शनिवार को किसानों को सायरन बजाती हुई गाड़ियों से कुचलते हुए दिखाता वीडियो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे की भूमिका को स्पष्ट करता है।
हालांकि इस वीडियो की वैद्यता तकनीकी जांच से ही स्पष्ट होगा लेकिन प्रथम दृष्टया इस वीडियो के सामने आने से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के उस बयान का पर्दाफाश होता नजर आता है जिसमें उन्होंने आरंभ से ही दावा करना शुरू कर दिया था कि उक्त घटना स्थल पर न तो वे स्वयं थे और ना ही उनका बेटा वहां मौजूद था.
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने घटना के तुरंत बाद ही अपने बेटे के बचाव में दावा किया था कि उनका बेटा ना तो उस रास्ते से वहां गया और ना ही उस वक्त वहां मौजूद था . वह तो सुबह से कार्यक्रम स्थल पर मौजूद था। इस वीडियो के बाहर आने के बाद अब कई प्रकार के सवाल खड़े होने लगे हैं।
इस वीडियो को राजनीतिक तूल देने की दृष्टि से विपक्ष हो या किसान संगठन लगातार वायरल कर रहा है। यह चौकाने वाला विडियो है क्योंकि अब तक भाजपा कि और से दावा किया जाता रहा कि इसमें गृह मंत्री या उनके बेटे का हाथ नहीं है. इसे फंसाया जा रहा है. लेकियन अब इस विडियो के सामने आने से सभी विपक्षी दलों के नेता चाहे वह कांग्रेस, बसपा, सपा, आम आदमी पार्टी या फिर दूसरी पार्टियां के हो, केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे . इसका जवाब भारतीय जनता पार्टी नेतृत्कोव को अब देना पड़ेगा क्योंकि इस वीडियो के वायरल होने से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के किए गए दावे निर्मूल साबित हो रहे हैं जबकि भाजपा नेतृत्व की भी जबरदस्त किरकिरी होने लगी है।