-एम्स दिल्ली व स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम द्वारा संयुक्त रूप से करवाया जाएगा सर्वेक्षण
गुरुग्राम,18 सितंबर। गुरुग्राम जिला में दृष्टि दोष व आंखों के अंधेपन के कारणों को समझने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली व स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम द्वारा संयुक्त रूप से पांच दिवसीय सर्वेक्षण करवाया जाएगा। सोमवार 21 सितंबर से शुरू होने वाले इस सर्वेक्षण कार्य मे छह हजार लोगों तक पहुँचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिला सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने सर्वेक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम के लिए जिला में 30 क्लस्टर बनाये गए है। पांच दिवसीय सर्वेक्षण में प्रति दिन छह टीमें जिला के विभिन्न इलाकों में जाकर जानकारी इक्कट्ठा करेगी।उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान पूर्व में मोतियाबिंद सर्जरी करवा चुके लोगों की आंखों के स्वास्थ्य का भी आंकलन किया जाएगा।
उप सिविल सर्जन डॉ ईशा नारंग ने बताया कि यह एक पायलट सर्वेक्षण है। अगर गुरुग्राम जिला में इसके सकारात्मक परिणाम मिले तो इसे देश के अन्य जिलों में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम चिन्हित क्षेत्रों में डोर टू डोर जाकर वहां के निवासियों से दृष्टि दोष व अंधापन से संबंधित प्रश्नावली भरने और आंखों की जांच करने का कार्य करेंगे। यह पूरा डेटा एक मोबाइल एप्लिकेशन, आरएए- VI ऐप पर अपलोड किया जाएगा। जिसे एम्स द्वारा सर्वेक्षण के लिए विकसित किया गया है।
डॉ ईशा ने बताया कि एम्स दिल्ली के सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ प्रवीण वशिष्ट व उनकी टीम द्वारा सर्वेक्षण कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारिया पूरी कर ली गयी है।